भारत माता की जय…इंडियन आर्मी जिंदाबाद
जम्मू कश्मीर के मुस्लिम बाहुल इलाकों की दीवारों को अलगाववादियों ने भारत विरोधी नारे से पाट दिया था, लेकिन अब हवा का रुख बदल चुका है। कश्मीर में रहने वाले लोग अब इन नारों को मिटा रहे हैं, कई इलाकों में भारत माता की जय, आई लव इंडिया, वंदे मारतम और इंडियन आर्मी जिंदाबाद के नारे लिखे गए हैं।
जम्मू कश्मीर के मुस्लिम बाहुल इलाकों की दीवारों को अलगाववादियों ने भारत विरोधी नारे से पाट दिया था, लेकिन अब हवा का रुख बदल चुका है। कश्मीर में रहने वाले लोग अब इन नारों को मिटा रहे हैं, कई इलाकों में भारत माता की जय, आई लव इंडिया, वंदे मारतम और इंडियन आर्मी जिंदाबाद के नारे लिखे गए हैं।
मुस्लिम बोले- ये देशभक्तों की कर्मस्थली
भठिंडी, नूरबाद और जलालाबाद जैसे इलाकों के लोगों ने सेना कैंप पर हमला और पत्थरबाजी करने वाले लोगों का विरोध किया है। इलाके के लोगों को कहना है कि वो दुनिया को यै पैगाम देना चाहते हैं कि मजह मुट्ठीभर लोगों ने ही कश्मीर के साथ आंतकवाद को जोड़ा है, वरना कश्मीर तो देशभक्तों की कर्मस्थली है।
भठिंडी, नूरबाद और जलालाबाद जैसे इलाकों के लोगों ने सेना कैंप पर हमला और पत्थरबाजी करने वाले लोगों का विरोध किया है। इलाके के लोगों को कहना है कि वो दुनिया को यै पैगाम देना चाहते हैं कि मजह मुट्ठीभर लोगों ने ही कश्मीर के साथ आंतकवाद को जोड़ा है, वरना कश्मीर तो देशभक्तों की कर्मस्थली है।
सुंजावां हमले का किया विरोध
इलाके के लोगों ने कई स्थान पर दिवारों पर गो रोहिंग्या, गो बैक के नारे भी लिखे हैं। इन्हीं दीवारों पर सुंजावां हमले के वक्त भारत विरोधी नारे लिखे गए थे, जिसका स्थानीय लोगों ने पुरजोर विरोध किया था। बता दें कि खुफिया एजेंसियों को आशंका है कि सुंजावां आर्मी कैंप पर हमला करने वाला हमलावरों का भठिंडी के कुछ लोगों ने साथ दिया था।लेकिन इलाके के लोगों का कहना है कि ये देशभक्तों का इलाका है।
इलाके के लोगों ने कई स्थान पर दिवारों पर गो रोहिंग्या, गो बैक के नारे भी लिखे हैं। इन्हीं दीवारों पर सुंजावां हमले के वक्त भारत विरोधी नारे लिखे गए थे, जिसका स्थानीय लोगों ने पुरजोर विरोध किया था। बता दें कि खुफिया एजेंसियों को आशंका है कि सुंजावां आर्मी कैंप पर हमला करने वाला हमलावरों का भठिंडी के कुछ लोगों ने साथ दिया था।लेकिन इलाके के लोगों का कहना है कि ये देशभक्तों का इलाका है।
पाकिस्तानी आतंकियों ने किया था सुंजावां
बता दें कि 10 फरवरी को भारी हथियारों से लैस जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी ग्रेनेड फेंकते हुए और स्वचालित हथियारों से गोलीबारी करते हुए सुंजवान स्थित आर्मी कैंप में घुस आए थे। पाकिस्तानी मूल के तीनों आतंकवादी जूनियर कमिशन्ड ऑफिसर के आवासीय क्वार्टर में प्रवेश करने में कामयाब रहे थे, जिन्हें बाद में सुरक्षा बलों ने मार गिराया।
बता दें कि 10 फरवरी को भारी हथियारों से लैस जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी ग्रेनेड फेंकते हुए और स्वचालित हथियारों से गोलीबारी करते हुए सुंजवान स्थित आर्मी कैंप में घुस आए थे। पाकिस्तानी मूल के तीनों आतंकवादी जूनियर कमिशन्ड ऑफिसर के आवासीय क्वार्टर में प्रवेश करने में कामयाब रहे थे, जिन्हें बाद में सुरक्षा बलों ने मार गिराया।