अनुच्छेद 370 को 5 अगस्त को रद्द किए जाने के बाद से कश्मीर में 100 दिनों से ज्यादा समय तक इंटरनेट बंद रहा है। अनुच्छेद 370 के कदम के बाद कश्मीर में व्यापार सुबह और शाम में सिर्फ कुछ घंटों के लिए खुले हैं।
सामान्य जनजीवन के संकेत पहली बार 7 नवंबर की बर्फबारी के बाद दिखाई दिए, जब बाजार पूरे दिन खुले रहे।
सामान्य जनजीवन के संकेत पहली बार 7 नवंबर की बर्फबारी के बाद दिखाई दिए, जब बाजार पूरे दिन खुले रहे।
हालांकि, संदिग्ध आतंकवादियों के दुकानदारों को पोस्टरों के जरिए बंद के उल्लंघन को लेकर चेतावनी दिए जाने के बाद सामान्य जनजीवन फिर से रुक गया है। पोस्टरों में दुकान खोलने या अन्य सामान्य गतिविधि में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की धमकी दी गई है। श्रीनगर के लाल चौक के एक दुकानदार ने कहा कि बीते सप्ताह मैंने अपनी दुकान शाम 6 बजे तक खोली थी, लेकिन दो दिनों से मैंने अपनी दुकान बंद कर दी है, यहां तक कि सुबह व शाम में भी नहीं खोल रहा।
श्रीनगर के जिलाधिकारी शाहिद इकबाल चौधरी ने श्रीनगर के निवासियों को अपना व्यापार सामान्य रूप से करने वालों को धमकी देने वाले अराजक तत्वों को सख्त चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि इस तरह की युक्ति का मकसद आबादी के बीच भय पैदा करना है। उन्होंने आम जनता को भरोसा दिया कि जिला प्रशासन, जिला पुलिस के साथ हालात पर करीब से नजर बनाए हुए है।