दरअसल इन आतंकियों ने सोमवार को सेना के काफिले पर हमला किया और भाग गए थे। इन आतंकियों को जवानों ने छह घंटे चली मुठभेड़ में मार गिराया। जानकारी के अनुसार सैन्य वाहनों का एक काफिला दोपहर को श्रीनगर की तरफ जा रहा था। बोनीगाम के पास अचानक आतंकियों ने काफिले पर हमला कर दिया। इसमें तीन जवान जख्मी हो गए। घायल जवानों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया, जहां एक सैनिक ने दम तोड़ दिया। अन्य दो की हालत स्थिर बताई जाती है। मुठभेड़ के दौरान हाईवे पर यातायात ठप रहा।
जानकारी के मुताबिक अफवाहों और शरारती तत्वों के फैलाव से बचने के लिए प्रशासन ने अनंतनाग, काजीगुंड और कुलगाम में इंटरनेट सेवाओं को बंद कर दिया है। जानकारी के अनुसार सैन्य वाहनों का एक काफिला दोपहर को श्रीनगर की तरफ जा रहा था। बोनीगाम के पास अचानक आतंकियों ने काफिले पर हमला कर दिया। इसमें तीन जवान जख्मी हो गए। घायल जवानों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया, जहां एक सैनिक ने दम तोड़ दिया। अन्य दो की हालत स्थिर बताई जाती है। मुठभेड़ स्थल के आसपास स्थित मकानों से सभी लोगों को सुरक्षाबलों ने आतंकियों की फायरिंग के बीच ही सुरक्षित जगह पर पहुंचाया।
इस बीच बड़ी संख्या में आतंकी के समर्थक भी भड़काऊ नारेबाजी शुरू कर दी और मुठभेड़ स्थल और उसके पास के इलाकों में हिंसा पर उतर आए। उन्होंने आतंकियों को मार गिराने में जुटे जवानों पर पथराव भी शुरू कर दिया। उन्हें काबू करने के लिए सुरक्षाबलों को भी बल प्रयोग करना पड़ा। हिंसक झड़पों में एक दर्जन से ज्यादा लोग जख्मी हो गए।
आपको बता दें के 10 जुलाई 2017 को अमरनाथ जा रहे यात्रियों पर इन आतंकियों ने हमला किया था। हमले में 8 यात्री मारे गये थे जबकि 19 अन्य घायल हुए थे।