नई दिल्ली। कश्मीर में हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी बुरहान वानी के मारे जाने के बाद भड़की हिंसा के चलते श्रीनगर समेत कई जिलों में कर्फ्यू लगा हुआ है। इस हिंसा में अब तक 30 लोगों की जान जा चुकी है। लेकिन इस तनावपूर्ण माहौल के बीच एक बहुत सुकून देने वाली तस्वीर सामने आई है। यह तस्वीर कश्मीरी मुस्लिम महिला और उनके पति की है जो कर्फ्यू में बाहर निकलकर कई किलोमीटर पैदल चलकर एक पंडित परिवार तक खाना पहुंचाते हैं। पति के साथ अकेली निकलीं मुस्लिम महिला जुबेदा बेगम ने ऐसे खराब हालातों में भी मनावता का साथ नहीं छोड़ा और कर्फ्यू की चिंता किए बिना अपने पति के साथ मिलकर एक पंडित परिवार तक खाना पहुंचाया। जुबेदा और उनके पति ने श्रीनगर की सुनसान सड़कों पर खाने का सामान लेकर अपने पंडित दोस्त के घर तक गए। यह भी पढ़ें- बुरहान के हाथों शहीद होने वाले अफसर की बेटी ने वर्दी पहन जवानों को किया सैल्यूट फोन कर मांगी पंडित परिवार ने मदद जुबेदा बेगम और उनके पति ने अपनी जान को खतरे में डालकर उस पंडित परिवार तक खाना पहुंचाया जिन्होंने फोन कर उन्हें फोन अपनी दुर्दशा बताई। जुबेदा ने कहा कि पंडित परिवार ने उन्हें सुबह फोन किया और कहा कि उनके परिवार को खाने की जरूरत है। उनके साथ उनकी बीमार दादी भी है। उन्होंने कहा कि मैं उनके लिए खाना ले जा रही हूं, हालांकि ये मुश्किल काम है, लेकिन हम कोशिश कर रहे हैं। पंडित परिवार ने कहा शुक्रिया जोखिम भरे सफर के बाद ये मुस्लिम कपल दीवानचंद के घर पहुंचा। इस पर पंडित दीवानचंद ने कहा कि यहां सब लोग पीडि़त है ऐसे में इनका यहां आना इंसानियत है जिसके लिए मैं इनका शुक्रगुजार हूं। दीवानचंद यहां पर अपने परिवार के साथ कई सालों से रह रहे हैं। वो ऑल इंडिया रेडियो में काम करते हैं। उनकी पत्नी यहां के एक स्थानीय स्कूल में टीचर है जहां जुबेदा भी काम करती हैं।