‘शादी के बाद नहीं बदला था इंदिरा गांधी का गोत्र’
वैदिक शास्त्रों के जानकार पंडित शास्त्री ने कहा कि आमतौर पर शादी के बाद लड़की का गोत्र बदल जाता है और वे पति के गोत्र का हिस्सा बन जाती है। लेकिन फिरोज गांधी एक पारसी थे इसलिए उनका कोई गोत्र नहीं था। ऐसे में जब पूर्व पीएम इंदिरा गांधी की शादी फिरोज से हुई तो उन्होंने अपना धर्म नहीं बदला। इसलिए इंदिरा गांधी कश्मीरी ब्राह्मण और दत्तात्रेय गोत्र की ही रहीं। उनका अंतिम संस्कार भी वैदिक तरीके से हुआ। ऐसे में उनके दोनों बेटे (राजीव गांधी- संजय) का भी वही गोत्र होगा जो उनकी मां का था। इसी दौरान ओमकार नाथ ने कहा कि शास्त्रों में स्पष्ट लिखा है कि अगर पिता का गोत्र नहीं है तो बच्चों को मां का गोत्र मिलता है।
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‘इंदिरा का गोत्र राजीव और उनका राहुल को ही मिला’
पंडित शास्त्री ने राहुल गांधी के गोत्र पर मचे सिसायी घमासान पर भी जवाब दिया। उन्होंने कहा कि राजीव गांधी ने विदेश में रहने वाली सोनिया गांधी से शादी थी लेकिन अपना धर्म नहीं बदला था। इस तरह राजीव को जो गोत्र उनकी मां इंदिरा गांधी से मिला था वहीं गोत्र राजीव के पुत्र राहुल गांधी को भी मिला। इसलिए राहुल गांधी ने जो राजस्थान के मंदिर में पूजा के दौरान कहा कि वे कौल (कश्मीरी) ब्राह्मण हैं और उनका गोत्र दत्तात्रेय है यह बिल्कुल सही है।
राहुल गांधी ने कहा था- दत्तात्रेय है उनका गोत्र
बता दें कि मध्य प्रदेश के चुनावी सभा के दौरान बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने दौरान राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए पूछा था, ‘हम राहुल गांधी से पूछना चाहते हैं कि आप जनेऊधारी हैं? आप कैसे जनेऊधारी हैं क्या गोत्र है आपका? इसके बाद राजस्थान में राहुल गांधी ने बीजेपी के हमले का जवाब दिया। पुष्कर में जगतपिता ब्रह्मा मंदिर दर्शन के दौरान पुजारी ने कांग्रेस अध्यक्ष से उनका गोत्र पूछा तो उन्होंने तुरंत इसका जवाब दिया। राहुल ने बताया कि वह कौल (कश्मीरी) ब्राह्मण हैं और दत्तात्रेय उनका गोत्र है।