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केरल को 600 करोड़ रुपए मिलने में लग जाएंगे कई महीने, पीएम मोदी ने किया था ऐलान

Published: Aug 26, 2018 05:09:34 pm

Submitted by:

Kapil Tiwari

पीएम मोदी ने केरल में बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वे किया था। हालातों को देखने के बाद पीएम ने 500 करोड़ रुपए के पैकेज का ऐलान किया था।

Kerala Floods

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नई दिल्ली। केरल में बाढ़ पीड़ितों के लिए केंद्र सरकार ने 600 करोड़ रुपए की मदद का ऐलान किया था, लेकिन अब लगता है कि इन 600 करोड़ को मिलने में भी पीड़ितों को लंबा इंतजार करना पड़ेगा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, केंद्र सरकार ने भले ही केरल के लिए 600 करोड़ रुपए की राहत राशि का ऐलान कर दिया हो, लेकिन इन पैसों को मिलने में कई महीनों का वक्त लग सकता है और ऐसा इसलिए होगा क्योंकि नुकसान का आकलन करने की जो प्रक्रिया है उसमें समय लग रहा है, जिसके चलते मोदी सरकार की ओर से दिए जाने वाले पैकेज का पूरा फंड रिलीज होने में देरी हो सकती है।

केरल को 600 करोड़ मिलने में लग जाएंगे कई महीने

गृह मंत्रालय के एक अधिकारी की तरफ से कहा गया है कि शुरुआती फंड रिलीज किए जाने के बाद केंद्र सरकार की ओर से राशि जारी किए जाने को लेकर कुछ नियम हैं, इनका पालन करते हुए ही राहत की रकम जारी की जाती है। अधिकारी ने बताया है कि ऐसी परिस्थितियों में कई गाइडलाइंस को फॉलो करते हुए पैकेज जारी किया जाता है। आपको बता दें कि केरल में बीते 8 अगस्त के बाद से बाढ़ में 293 लोगों की जान चली गई है। देश के सभी राज्यों से केरल के बाढ़ पीड़ितों के लिए मदद के हाथ बढ़े हैं। सरकारों ने तो राहत राशि दी है, साथ ही आम लोगों ने भी बढ़-चढ़कर केरल के लोगों के लिए मदद का हाथ बढ़ाया है।

पीएम मोदी ने 500 करोड़ देने का किया था ऐलान

इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी 2 दिन के दौरे पर केरल गए थे, जहां उन्होंने प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया। इसके बाद ही पीएम मोदी ने 500 करोड़ रुपए का राहत पैकेज देने की घोषणा की। इससे पहले गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भी 100 करोड़ रुपए की मदद का ऐलान किया था।

आपदा राहत फंड के क्या हैं नियम?

आपदा राहत फंड के मौजूदा नियमों के मुताबिक, राज्य आपदा राहत कोष में केंद्र सरकार की हिस्सेदारी 75 पर्सेंट होती है। सामान्य कैटिगरी के राज्यों के लिए यह आंकड़ा होता है, जबकि विशेष राज्यों के लिए 90 फीसदी सहायता केंद्र सरकार से मिलती है। हालांकि यह रकम एक फाइनैंशल इयर में दो बार दो किस्तों में (जून और दिसंबर) जारी की जाती है।

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