scriptकेरल: माकपा विधायक पर यौन शोषण का आरोप, महिला आयोग की अध्यक्ष ने कहा-‘गलतियां हो जाती है’ | Kerala Womens Commission chief say Mistakes do happen on sexual abuse | Patrika News

केरल: माकपा विधायक पर यौन शोषण का आरोप, महिला आयोग की अध्यक्ष ने कहा-‘गलतियां हो जाती है’

locationनई दिल्लीPublished: Sep 08, 2018 03:10:05 pm

Submitted by:

Kaushlendra Pathak

विधायक पर लगे यौन शोषण मामले में केरल राज्य महिला आयोग की प्रमुख ने बड़ा बयान दिया है।

Kerala Women's Commission chief

केरल: माकपा विधायक पर यौन शोषण का आरोप, महिला आयोग की अध्यक्ष ने कहा-‘गलतियां हो जाती है’

नई दिल्ली। बाढ़ के बाद केरल में अब एक माकपा विधायक के कारण हलचल मच गई है। दरअसल, विधायक पीके शशि पर एक महिला नेता ने यौन शोषण का आरोप लगाया है। मामला सामने आने के बाद पार्टी आतंरिक जांच कर रही है। वहीं, राष्ट्रीय महिला आयोग भी इस मामले में संज्ञान लेते हुए केरल पुलिस को जांच के आदेश दिए हैं। लेकिन, राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष ने ऐसा बयान दे दिया, जिससे सनसनी मच गई है।
विधायक के बचाव में उतरीं राज्य महिला आयोग प्रमुख

राज्य महिला आयोग की प्रमुख एससी जोसेफिन अब विधायक पीके शिश के बचाव में उतर गई हैं। जोसेफिन ने कहा कि हम सब इंसान हैं और इंसान से गलितयां हो जाती हैं। पार्टी के अंदर भी लोगों से गलतियां हो सकती है। जोसेफिन ने कहा कि फिलहाल हमें इस मामले की कोई शिकायत नहीं मिली है। हालांकि, स्वत: संज्ञान लेकर घटना की जानकारी ली जा रही है। जब घटना हुई नहीं तो केस कैसे दर्ज होगा? उन्होंने कहा कि माकपा के अंदर ऐसे मामलों के लिए पहले से व्यवस्था है और वे शुरुआती जांच करा रहे हैं। हालांकि, भाजपा और कांग्रेस इस मामले में त्वरित विधायक की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।
ईमेल के जरिए महिला नेत्री ने की थी शिकायत

गौरतलब है कि डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया की महिला नेता ने 14 अगस्त को माकपा पोलित ब्यूरो की सदस्य वृंदा करात और माकपा महासचिव सीताराम येचुरी को एक ईमेल भेजा था। इसके जरिए उन्होंने शिकायत में आरोप लगाया था कि विधायक पीके शशि ने पलक्कड़ स्थित माकपा कार्यालय में उसके यौन शोषण का प्रयास किया। हालांकि, विधायक ने आरोपों को खारिज किया और कहा कि कुछ लोग मुझे राजनीतिक रूप से बर्बाद करना चाहते हैं। मैं अच्छे कम्युनिस्ट की तरह जांच का सामना करूंगा। वहीं, पार्टी का कहना है कि इस मामले में 31 अगस्त को बैठक हुई थी, जिसमें कहा गया था कि नेत्री के द्वारा की गई शिकायत की जांच की जाएगी। रिपोर्ट आने के बाद अगर नेता दोषी पाए जाते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वहीं, माकपा के राज्य सचिव का कहना है कि इस मामले में पार्टी के संविधान, उसकी गरिमा और नैतिकता के आधार पर फैसला किया जाएगा।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो