कल से ही सभी के मन में ये सवाल है कि आखिरी पीएम मोदी का अचानक से मेट्रो में सफर करने के फैसले के पीछे क्या वजह हो सकती है ? वैसे पीएम मोदी का मेट्रो में जाने का प्लान पहले से तय नहीं था। लेकिन इसके बाद भी जैसे ही सुरक्षा एजेंसियों को जानकारी मिली कि पीएम मोदी मेट्रो से आने वाले हैं तो इस यात्रा के लिए जरूरी सुरक्षा के जरूरी इंतजाम किए गए। पीएम मोदी और मून-जे-इन मेट्रो से ही वापस आए। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो पीएम मोदी की इस यात्रा के पीछे एक बड़ी वजह थी और वो ये कि दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून-जे-इन ने हेलीकॉप्टर से यात्रा करने में थोड़ी परेशानी जाहिर की थी। पहले पीएम और दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति को हेलीकॉप्टर से नोएडा जाने का प्लान बनाया गया था, ताकि जनरल ट्रैफिक पर ज्यादा असर ना पड़े। चॉपर की लैंडिंग के नोएडा में आयोजन स्थल के पास एक हैलिपेड भी तैयार कर लिया गया था, लेकिन सूत्रों के मुताबिक, कोरियाई राष्ट्रपति को इसमें कुछ दिक्कत महसूस हो रही थी और वह हेलीकॉप्टर से जाने में झिझक रहे थे। जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मेहमान राष्ट्रपति की इस परेशानी के बारे में पता चली, तो यात्रा के दूसरे विकल्प तलाशे गए।
बताया जा रहा है कि दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून-जे-इन सड़क मार्ग से ही नोएडा जाना चाहते थे, लेकिन ये बात पीएम मोदी को पता थी कि अगर शाम के पीक आवर में उन दोनों ने सड़क मार्ग से दिल्ली और नोएडा के बीच ट्रैवल किया, तो जगह-जगह भयंकर जाम लग जाएगा और आम लोगों को भारी परेशानी झेलनी पड़ेगी। इसके बाद पीएम मोदी ने मून-जे-इन के सामने मेट्रो का विकल्प रखा, जो कोरियाई राष्ट्रपति को भी पसंद आ गया और तब जाकर सुरक्षा एजेंसियों ने दिल्ली पुलिस, सीआईएसएफ और डीएमआरसी के साथ मिलकर इसके लिए जरूरी तैयारियां कीं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, पीएम और कोरियाई राष्ट्रपति सोमवार शाम साढ़े 4 बजे के करीब मेट्रो की ब्लूलाइन के मंडी हाउस स्टेशन पर पहुंचे और वहां से बाकायदा टोकन लेकर प्लैटफॉर्म पर पहुंचे। दोनों शाम 4:36 बजे मेट्रो में सवार हुए और शाम 5:02 बजे नोएडा के बॉटेनिकल गार्डन मेट्रो स्टेशन पर उतरे और वहां से सड़क मार्ग से होते हुए नोएडा स्थित सैमसंग की फैक्ट्री में पहुंचे। इस दौरान दोनों ने आम यात्रियों की तरह ही मेट्रो में यात्रा की। उनके लिए न तो अलग से कोई कोच रिजर्व किया गया था और ना ही आम यात्रियों को रोका गया। वीवीआईपी मेहमानों की यात्रा के बावजूद मेट्रो की सर्विस पर भी कोई असर नहीं पड़ा और ट्रेनें डिले नहीं हुई। वापसी में भी दोनों मेट्रो से ही आए। दोनों ने शाम 6:56 बजे बॉटनिकल गार्डन से मेट्रो पकड़ी और शाम 7:21 बजे मंडी हाउस स्टेशन पर उतरकर वहां से सड़क मार्ग के रास्ते गए।