‘हादसे का सच आएगा सामने’ रिपोर्ट के मुताबिक, इस बॉक्स के मिलने से जांच में और ज्यादा मदद मिलेगी। साथ ही असली कारणों को पता लगाने में यह बॉक्स काफी मददगार साबित हो सकता है। इसके साथ ही जांच कर्मचारियों ने कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर यानी CVR को भी ढूंढ लिया है। एयरक्राफ्ट एक्सिडेंट इंवेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) का कहना है कि आगे की जांच के लिए फ्लाइट डाटा रिकॉर्डर (DFDR) और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (CVR) को देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली (Delhi) लाया जाएगा। इसके घटना के असली कारणों को पता लगाने में काफी मदद मिलेगी। यहां आपको बता दें कि इस हादसे को लेकर कई अहम सुरागों की जांच की जा रही है। साथ ही सारे साक्ष्य जुटाने की कोशिश की जा रही है, ताकि पूरी सच्चाई सामने आ सके कि आखिर किस कारण इतना बड़ा हादसा हुआ?
‘पायलट को पहले ही हो चुका था खतरें की आंशका’ गौरतलब है कि शुक्रवार को दुबई ( Dubai ) से एयर इंडिया (Air India) की फ्लाइट 190 यात्रियों को लेकर केरल आ रहा था। लेकिन, कोझिकोड एयरपोर्ट (Kozhikode Airport) पर लैंडिंग के दौरान रनवे ( Runway) पर विमाम फिसल गया और गहरी खाई में गिरकर वह दो हिस्सों में बंट गया। हादसे में 18 लोगों की दर्दनाक मौत हो चुकी है। जबकि, कई घायलों का हॉस्पिटल (Hospital) में इलाज जारी है। इस हादसे में दोनों पायलट कैप्टन दीपक साठे ( Deepak Sathe ) और उनके सह-पायलट अखिलेश कुमार (Akhilesh Kumar) की भी मौत हो गई। वहीं, नागरिक उड्डयन मंत्री( Civil Aviation Minister ) हरदीप सिंह पुरी ( Hardeep Singh Puri ) आज केरल ( Kerala ) का दौरा करेंगे। एक अन्य रिपोर्ट में कहा गया है कि पायलट को पहले ही घटना को लेकर अंदेशा हो गया था। लिहाजा, जब पहली बार लैडिंग के लिए विमान को नीचे उतार गया तो उसकी लैडिंग नहीं कराई गई और काफी समय तक विमान हवा में घूमता रहा। वहीं, दूसरी बार जब उसकी लैडिंग कराई तो विमान रनवे पर फिसल गया और इतना बडा़ हादसा हो गया। फिलहाल, इस घटना की हर पहलू पर जांच की जा रही है।