पिता ने कहा- बच्चे को सांस लेने में दिक्कत थी
इसके बाद आनन-फानन में चिकित्सकों को ऑक्सीजन देने के लिए बुलाया गया लेकिन तब तक पता चला कि बच्चे की मौत हो चुकी है। दिल्ली पुलिस ने शिकायत दर्ज कर ली है। नवजात के पिता ब्रिजेश कुमार सिंह ने अस्पताल में ऑक्सीजन सिलेंडरों की कमी का आरोप लगाते हुए कहा, “हमारे बच्चे को सांस लेने में दिक्कत थी। चिकित्सकों को बुलाया गया लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।”
अस्पताल ने खारिज किया आरोप
हालांकि, अस्पताल ने इस तरह के आरोपों को खारिज कर दिया है। अस्पताल का कहना है कि नवजात की मौत का कारण सांस लेने संबंधी दिक्कतें रहीं। नवजात के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
गोरखपुर में 30 बच्चों की मौत
गोरखपुर के बाबा राघवदास मेडिकल कॉलेज में 11 अगस्त को 30 मासूम बच्चों की मौत हो गई थी। जिसके पीछे भी ऑक्सीजन की कमी की बात ही अबतक सामने आ रही है। हालांकि राज्य सरकार लगातार इससे इनकार कर रही है। मासूमों की मौत पर प्रदेश व देश की राजनीति गरमा गई है। गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में पांच दिन में 60 से ज्यादा बच्चों की मौत हो गई थी। बताया गया है केवल दो दिनों में ही 30 से ज्यादा बच्चों की ऑक्सीजन की कमी से मौत हुई।
दरअसल, यह सब तब हुआ जब वहां ऑक्सीजन सप्लाई करने वाली कंपनी पुष्पा सेल्स ने बकाया बताकर सप्लाई रोक दी। डॉक्टरों से लेकर कर्मचारियों तक ने इस मामले में घोर लापरवाही की। जिस तरह सभी ने मिलकर इस काम को अंजाम दिया। जिसमें कई डॉक्टरों और प्रिंसिपल को निलम्बित कर दिया गया है।