मालूम हो कि इस सिलसिले में सीआईएसएफ (CISF) ने पहले भी एक प्रस्ताव पेश किया था। जिसमें बिना मास्क के एंट्री नहीं दिए जाने की बात कही गई थी। साथ ही गेट पास के तौर पर यात्रियों को अपने मोबाइल पर आरोग्य सेतु ऐप (Aarogya Setu App) डाउनलोड करना अनिवार्य बताया गया था। प्रस्ताव के अनुसार लॉकडाउन के बाद मेट्रो (Metro) में यात्रा करने वाले लोगों को स्कैनिंग के समय अपने साथ किसी भी तरह की धातु की वस्तु रखने की अनुमति नहीं होगी। इसके अलावा अगर किसी मुसाफिर में फ्लू जैसे लक्षण दिखाई देते हैं तो उसे यात्रा नहीं करने दी जाएगी। कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे को देखते हुए सीआईएसएफ यात्रिओं की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं करना चाहती। इसीलिए बिजनेस कंटिन्यूटी प्लान प्रस्तुत किया गया।
एक न्यूज रिपोर्ट के मुताबिक सीआईएसएफ के महानिदेशक का कहना है कि यात्रा से पहले यात्रियों को बेल्ट तक निकालनी होगी।अगर उनके पास बैग है तो वे अपनी चीजों को उसमें रख सकते हैं। जिनके पास बैग नहीं है उन्हें एक ट्रे दी जाएगी। जिसमें वो मेटल वाली चीजें स्कैनिंग से पहले अलग रख सकते हैं। सोशल डिस्टेंसिंग के पालन के लिए स्क्रीनिंग के पास कतार शुरू होने की दूरी दो मीटर होगी। वहीं यात्रियों के बीच 1 मीटर की दूरी बनाए रखना होगा। सभी स्टेशनों पर सीआईएसएफ के दो कर्मी पीपीई किट पहने रहेंगे।.योजना के अनुसार मेट्रो स्टेशनों पर 12 हजार से ज्यादा जवानों को तैनात किया जा सकता है।