खुशखबरी: क्वारंटाइन में महिला ने दिया बच्चे को जन्म, नन्ही जान को देखने के लिए पिता हुए बेचैन
पति-पत्नी दोनों हो गए बेरोजगार
बृजकिशोर ने बताया कि गांव में कर्ज बढ़ता गया तो वह अपनी पत्नी के साथ 2 साल पहले नोएडा आ गया था। काफी तलाश के बाद भी जब कोई काम नहीं मिला तो रिक्शा चलाने लगा। पत्नी घरों में झाड़ू-पोंछा करने लगीं। रोजाना जो भी कमाई होती उसी से गुजारा होता। लेकिन, अब कोरोना और लॉकडाउन के चलते बृजकिशोर और उसकी पत्नी दोनों बेरोजगार हो गए। उसने बताया कि लॉकडाउन के बाद जब पत्नी घरों में झाड़ू-पोंछा लगाने जाती थी तो मकान मालिक ऐसी नजरों से देखता जैसे वो ही कोरोना की मरीज हों। बाद में उसे काम पर आने से मना कर दिया।
लगातार 4 दिन चलाया रिक्शा
बुजकिशोर की पत्नी माया ने बताया कि उसके पति 4 दिन से लगातार रिक्शा चला रहे हैं। हम 4 रातें बिता चुके हैं। रात के समय डर लगता है। भगवान की कृपा से हम अभी तक सही सलामत हैं। रास्ते में कुद मददगार लोगों ने थोड़ा बहुत खाने—पीने के लिए भी दिया।