मोहम्मद तस्लीमुद्दीन अररिया से सांसद थे और उनकी गिनती आरजेडी के वरिष्ठ नेताओं में की जाती थी। मोहम्मद तस्लीमुद्दीन एच डी देवगौड़ा की सरकार में गृह राज्य मंत्री भी रहे थे। इसके अलावा तस्लीमुद्दीन 5 बार सांसद भी रह चुके हैं, साथ ही 8 बार विधायक भी चुने गए थे। इसके अलावा तस्लीमुद्दीन बिहार में राबड़ी देवी की सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रहे थे। उनके परिवार में तीन बेटे और 2 बेटियां हैं।
उनके बेटे सरफराज अहमद भी फिलहाल जेडीयू से विधायक हैं। बिहार के सीमांचल इलाके में तस्लीमुद्दीन की खासी पकड़ थी और उनके समर्थक और भक्त उन्हें सीमांचल का गांधी भी पुकारते थे।
आपको बता दें कि बिहार में सीमांचल बंगाल से सटा हुआ है और वो इलाका है जहां भारी गरीबी है, हर साल बाढ़ से जिंदगी दूभर होती है और मुसलमानों की अच्छी खासी तादाद आबाद है।
तस्लीमुद्दीन की सबसे बड़ी बात ये है कि उन्होंने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत सरपंच से की और गृह राज्य मंत्री जैसे अहम मंत्रालय की जिम्मेदारी निभाई। 1959 में सरपंच बने, 1964 में मुखिया बने. 1969-89, 1995-96 and 2002-2004 के बीच आठ बार विधायक चुने गए।