उन्होंने मीडिया को बताया, “अब तक ‘मां’ और ‘मां वात्सल्य’ योजनाओं के लाभार्थी गंभीर बीमारी के लिए ही तीन लाख और पांच लाख रुपये तक का इलाज सरकारी अस्पताल में करा सकते थे। अब प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए और अधिक संख्या में बीमारियों को शामिल करने के लिए, दोनों योजनाओं को केंद्र सरकार की ‘आयुष्मान भारत’ योजना में मिला दिया गया है। इसके तहत लाभार्थी को अधिकतम पांच लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मिलेगा।”
पटेल ने कहा, “योजना के तहत विभिन्न पैकेजों के लाभों का लाभ उठाने के लिए मानदंड एक समान रहेगा, लेकिन अब लाभार्थी को विभिन्न प्रक्रियाओं से गुजरना होगा और विभिन्न दस्तावेज जमा नहीं करने होंगे।”