महाराष्ट्र: गधे-भैंसों को दूध से नहलाकर किसान ने किया प्रदर्शन, जाम भी लगाया गुरुवार को भी जारी रहा प्रदर्शन महाराष्ट्र में दूध उत्पादकों का आंदोलन गुरुवार को और तेज हो गया। राज्यभर में आंदोलनकारियों ने जानवरों के साथ अहम सड़कों को भी जाम कर दिया। जिससे कई जिलों में दूध की कमी देखी गई। स्वाभिमानी किसान संगठन के नेतृत्व में किसान समेत दूध उत्पादकों ने अलग-अलग तरीके से विरोध प्रदर्शन किया।
भैंस और गधे को दूध से कराया स्नान बुलढाणा जिले के डोनगांव में एक गधे को दूध से नहला कर आंदोलन करने की खबर, वहीं, वाशिम में काली भैसों को दूध से नहलाया गया। प्रदर्शन के दौरान आंदोलनकारी भैसों पर दूध फेंकते नजर आए। वहीं स्वाभिमानी शेतकारी किसान संगठन के कार्यकर्तों ने सांकेतिक तौर पर प्रदर्शन करते हुए स्थानीय बच्चोंं को दूध भी बांटा। कई जगहों से खबर आई कि किसानों ने दूध ले जा रहे वाहनों को भी रोका और दूध सड़कों पर फेंक दिया।
इन मांगों को लेकर किया प्रदर्शन
आपको बता दें कि महाराष्ट्र में दूध उत्पादकों के विरोध प्रदर्शन की वजह से मुंबई, पुणे, नागपुर, नासिक और अन्य प्रमुख शहरों के लिए दूध की समस्या खड़ी हो गई। आपको बता दें कि स्वाभिमानी शेतकारी संगठन (एसएसएस) और महाराष्ट्र किसान सभा (एमकेएस) की अगुवाई में किसानों के समूहों ने दूध पर 5 रुपए प्रति लीटर सब्सिडी, मक्खन और दूध पाउडर पर जीएसटी में छूट की मांग की रखी थी। एसएसएस अध्यक्ष और सांसद राजू शेट्टी ने बताया कि राज्य सरकार ने 27 रुपए प्रति लीटर की खरीद कीमत तय की है, लेकिन किसानों को केवल 17 रुपए प्रति लीटर मिलते हैं। जबकि यही दूध बाजार में 40 से 45 रुपए की कीमत पर बेचा जा रहा है।राजू शेट्टी ने कहा कि अगर दूध खरीद का दाम लगभग 25 रुपये प्रति लीटर तय कर दिया जाता है तो मैं आंदोलन वापस लेने को तैयार हूं।
आपको बता दें कि महाराष्ट्र में दूध उत्पादकों के विरोध प्रदर्शन की वजह से मुंबई, पुणे, नागपुर, नासिक और अन्य प्रमुख शहरों के लिए दूध की समस्या खड़ी हो गई। आपको बता दें कि स्वाभिमानी शेतकारी संगठन (एसएसएस) और महाराष्ट्र किसान सभा (एमकेएस) की अगुवाई में किसानों के समूहों ने दूध पर 5 रुपए प्रति लीटर सब्सिडी, मक्खन और दूध पाउडर पर जीएसटी में छूट की मांग की रखी थी। एसएसएस अध्यक्ष और सांसद राजू शेट्टी ने बताया कि राज्य सरकार ने 27 रुपए प्रति लीटर की खरीद कीमत तय की है, लेकिन किसानों को केवल 17 रुपए प्रति लीटर मिलते हैं। जबकि यही दूध बाजार में 40 से 45 रुपए की कीमत पर बेचा जा रहा है।राजू शेट्टी ने कहा कि अगर दूध खरीद का दाम लगभग 25 रुपये प्रति लीटर तय कर दिया जाता है तो मैं आंदोलन वापस लेने को तैयार हूं।