शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी ने अपनी संयुक्त याचिका में महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी द्वारा
देवेंद्र फडणवीस को शपथ दिलाने के निर्णय को रद्द करने की मांग की है। याचिका में जल्द से जल्द विधानसभा में फ्लोर टेस्ट करने का निर्देश देने की मांग की गई है।
BJP सांसद प्रभात झा बोले- JNU में टुकड़े-टुकड़े गैंग का राज, सरकार कराए मामले की जांच इन दलों ने अपनी याचिका में राज्यपाल के फैसले को मनमाना और संविधान विरोधी बताया है। साथ ही इस बात का भी जिक्र किया गया है कि शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस गठबंधन को 154 विधायकों का समर्थन हासिल है।
याचिका में कहा गया कि राज्य में गैर भाजपा सरकार बनने की संभावना देखते हुए शुक्रवार आधी रात के बाद भाजपा ने अपने राजनीतिक तंत्र का बेजा इस्तेमाल कर आनन-फानन में फडणवीस को सरकार बनाने का रास्ता प्रशस्त किया।
वीडियो: सीएम वी नारायणसामी बोले- पुडुचेरी के हितों की उपेक्षा न करे मोदी सरकार याचिका में कहा गया कि शुक्रवार रात को राज्यपाल का महाधिवेशन में जाना प्रस्तावित था लेकिन राज्यपाल कोश्यारी ने इस कार्यक्रम को रद्द कर दिया। अब तक यह सार्वजनिक नहीं हो पाया है कि आखिर शुक्रवार आधी रात के बाद फडणवीस ने सरकार बनाने का दावा कैसे ठोका।
बता दें कि शुक्रवार को तीनों दलों के बीच न्यूनतम साझा कार्यक्रम तैयार किया गया था। शुक्रवार को शाम सात बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह घोषणा की गई कि उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री होंगे। वह राज्य में सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे।