पत्नी की देखभाल के लिए घर को बनाया अस्पताल, कार को भी बना लिया एम्बुलेंस
अधिकारियों के मुताबिक महिला की हालत बेहद गंभीर थी। उसका वजन सामान्य से कम था और उसका रक्तचाप भी निम्न था। जिला चिकित्सा अधिकारी डॉ. दयानंद सूर्यवंशी के मुताबिक सभी एंबुलेंस कोविड-19 ड्यूटी पर थे। ऐसे में महिला के पास एंबुलेंस पहुंचने में देर हो गई।
मिली जानकारी के मुताबिक मोखड़ा तालुका में खोडला क्षेत्र के आमले गांव में 17 नवंबर को सात माह की गर्भवती मनीषा धोरे को प्रसव पीड़ा होने लगी। आनन फानन में घरवालों ने एंबुलेंस बुलाया लेकिन उसे पहुंचने में देरी हो गई।
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वहीं अस्पताल के अधिकारी के मुताबिक एंबुलेंस महिला को खोडला के पीएचसी ले जाया गया, लेकिन महिला की स्थिति गंभीर हो गयी जिसके बाद उसे नासिक सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया। यहां के डॉक्टरों ने महिला का देर रात ऑपरेशन किया लेकिन शिशु को नहीं बचाया जा सका और उधर, महिला को रक्त चढ़ाया गया लेकिन अगली सुबह उसकी भी मौत हो गई।