20 घंटे तक फंसा रहा बच्चा
बता दें कि सोमवार को रायगढ़ के महाड में एक पांच मंजिला इमारत ढह गई। हादसे में करीब सैकड़ों लोग फंसे होने की खबर सामने आई। सूचना पर राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की तीन टीमें घटनास्थल पर पहुंची और मलबा हटाने का काम शुरू किया।
वहीं, घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया। अधिकारी ने कहा कि बच्चा एक किनारे पर दुबका हुआ था। एनडीआरएफ के दो जवान जब मलबे को हटा रहे थे, तभी एक किनारे उनकी नजर बच्चे पर पड़ी और उसे जिंदा बचा लिया गया। बच्चा 20 घंटे से मलबे दबा हुआ था।
किसी चमत्कार से कम नहीं
इस बच्चे के मासूम चेहरे को देखकर हर किसी की आंखों में खुशी के आंसू छलक पड़े। लोग इसे किसी चमत्कार से कम नहीं मान रहे। लोगों ने रेस्क्यू टीम का तालियां बजाकर स्वागत भी किया। वहीं, बच्चे के चेहरे पर भी मुस्कान देखी जा सकती है। एनडीआरएफ के डिप्टी कमांडेंट ने बताया कि बच्चे की तबीयत ठीक और वह स्वस्थ है। हालांकि, उसे बाहर निकाला गया और हॉस्पिटल भेज दिया गया है। उसका मेडिकल चेकअप कराया जा रहा है।
16 लोग घायल
बता दें कि अब तक पांच मंजिला इमारत में कुल 41 फ्लैट थे और लगभग दस वर्ष इसका निर्माण हुआ था। जब ये बिल्डिंग गिरी तब इसमें कुल 85 लोग थे। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक मलबे में एक शख्स के दबने की वजह से उसकी मौत हो गई। वहीं, 16 लोगों के घायल होने की सूचना है। वहीं अब तक 35 लोगों को रेसक्यू किया जा चुका है।