मातोश्री पर गुप्त बैठक दरअसल, सोमंवार को बीजेपी नेता नारायण राणे ( Narayan Rane ) ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ( Bhagat Singh Koshyari ) से उनके आवास पर मुलाकात की और राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की। वहीं, सीएम उद्धव ठाकरे के घर मातोश्री ( Matoshree ) पर NCP प्रमुख शरद पवार ( Sharad pawar ), शिवसेना ( Shiv Sena ) नेता संजय राउत ( Sanjay Raut ) के बीच गुप्त बैठक हुई। इस बैठक के बाद से चर्चाओं का बाजार गर्म है कि क्या महाविकास अघाड़ी सरकार खतरे में है? इतना ही नहीं कहा ये भी जा रहा है कि महाराष्ट्र को लेकर केन्द्र कोई बड़ा फैसला लेने की योजना बना रही है।
चर्चाओं का बाजार गर्म मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, काफी समय के बाद शरद पवार मातोश्री पहुंचे थे। इन तीनों नेताओं के बीच के बीच काफी देर तक बैठक चली। लिहाजा, चर्चाओं का बाजार गर्म है कि राज्य में सरकार खतरे में है। यहां आपको बता दें कि इससे पहले शरद पवार ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की थी। इस मुलाकात को लेकर प्रफुल्ल पटेल ने कहा था कि बैठक में कोई राजनीतिक चर्चा नहीं हुई। लेकिन, दबी आवाज में यह भी कहा जा रहा है कि अगर कोई चर्चा नहीं हुई तो अचानक राज्यपाल ने शरद पवार को क्या बुलाया था?
महाराष्ट्र में सियासी समीकरण बदलने की तैयारी इधर, एक रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि तकरीबन 20 दिन पहले महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस, चंद्रकांत पाटील और गृह मंत्री अमित शाह के बीच एक अहम बैठक हुई थी। इस बैठक के बाद बीजेपी नेताओं ने सीएम उद्धव ठाकरे पर हमला बोलना शुरू कर दिया है। चर्चा ये है कि जिस तरह से बीजेपी नेता सीएम उद्धव ठाकरे पर मौखिक और सोशल मीडिया के जरिए निशाना साध रहे हैं, उसके पीछे कोई बड़ी रणनीति है। क्योंकि, एक दिन पहले ही रेल मंत्री पीयूष गोयल ने भी उद्धव सरकार पर निशाना साधा था। चर्चा यहां तक है कि बीजेपी महाराष्ट्र में सत्ता परिवर्तन की तैयारी में है। चाहे वह शिवसेना के साथ दोबारा सत्ता में वापसी करे या फिर बगैर शिवसेना के। लेकिन, अचानक जिस तरह से महाराष्ट्र में सियासी समीकरण बदल रहा है उससे साफ स्पष्ट है कि कोई न कोई खिचड़ी जरूर पक रही है।