क्या है पूरा मामला
आपको बता दें कि अमरावती के एक विश्वविद्यालय में सवाल-जवाब का सत्र चल रह था। उस सत्र में मंत्री महोदय छात्रों के सवालों का जवाब दे रहे थे। इसी दौरान एक छात्र ने कॉलेज में फीस को लेकर एक सवाल पूछ लिया। इस सवाल से मंत्री थोड़े असहज हो गए और फिर लोकतंत्र की हत्या करते हुए छात्र को गिरफ्तार करने के आदेश दिए। छात्र ने पूछा कि रोजाना उच्च शिक्षा का खर्च बढ़ता जा रहा है ऐसे में क्या सरकार गरीब बच्चों को मुफ्त में शिक्षा देगी?इस सवाल के जवाब में विनोद तावड़े ने कहा कि यदि बढ़ते हुए खर्च के कारण छात्र पढ़ नहीं सकते हैं तो उसे काम करना शुरू कर देना चाहिए। बता दें कि जब छात्र मंत्री विनोद तावड़े से सवाल पूछ रहा था उस समय उसका एक दोस्त इस पूरे घटना का वीडियो बना रहा था। इससे वे भड़क गए। इसके बाद वीडियो को डिलीट करने का फरमान जारी कर दिया और फिर पुलिस को आदेश दिया कि इस छात्र को लेकर जाएं।
पीड़ित छात्र ने मंत्री से पूछा यह सवाल
बता दें कि युवराज दाबाड़ नामक युवराज ने बताया कि जब शिक्षामंत्री विनोद तावड़े से उसने सवाल पूछा कि क्या सरकार के पास कोई मुफ्त शिक्षा पॉलिसी है? इसपर उन्होंने कहा कि पहले मोबाइल से रिकॉर्डिंग को रोको लेकिन उनलोगों ने वीडियो रिकॉर्डिंग नहीं रोकी क्योंकि मंत्री ने उनके सवाल का जवाब ठीक से नहीं दिया था। इसपर मंत्री गुस्सा हो गए और पुलिस को कहा इन्हें गिरफ्तार कर लो। उसके बाद हमारा मोबाइल भी ले लिया। हालांकि कुछ देर बाद उन्हें छोड़ दिया गया और उनके मोबाइल को वापस कर दिया।
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