नटराजन का स्पष्टीकरण है कि उन्होंने मैसूर यूनिवर्सिटी से जुड़े शारदा लॉ कॉलेज से बीजीएल का कोर्स किया था। यह कोर्स दो साल का था। जो उन्होंने दूरस्थ शिक्षा माध्यम से किया। हालांकि दीक्षांत समारोह के दौरान यह नहीं बताया गया कि इस डिग्री का इस्तेमाल सिर्फ अकादमिक उद्देश्यों के लिए किया जा सकता है। रोजगार के लिए इसका इस्तेमाल नहीं किया जा सकता।
उल्लेखनीय है कि नटराजन ने साल 1975 से 1978 के बीच शारदा लॉ कॉलेज से बैचलर ऑफ जनरल लॉ की डिग्री ली थी। शुरुआती दो साल में वह दूरस्थ शिक्षा ही लेते रहे और थर्ड ईयर में उन्होंने कक्षाएं अटैंड की। 15 फरवरी 1982 को नटराजन को न्यायिक मजिस्ट्रेट के तौर पर चुना गया था। 21 साल तक नौकरी करने के बाद 30 जून 2003 को अपने पद से रिटायर हो गए थे।