सलाहकारों को हटाए जाने की वजह पूछी मनीष सिसोदिया ने दावा किया है कि राघव चड्ढा और आतिशी मार्लेना को एक रुपए प्रति महीने की सैलरी पर नियुक्त किया गया था। सिसोदिया ने गृहमंत्रालय से अचानक उनके सलाहकार हटाये जाने की वजह पूछी है। नौ सलाहकारों को हटाए जाने पर मनीष सिसोदिया ने नाराजगी जताते हुए कहा कि भाजपा सरकार उनकी सलाहकार आतिशी मार्लेना को इसलिए निशाना बनाया,क्योंकि उन्होंने शिक्षा व्यवस्था के सुधार में अहम भूमिका निभाई है।
मार्लेना सबसे ज्यादा टारगेट की गई सिसोदिया ने आरोप लगाया कि सलाहकारों में आतिशी मार्लेना सबसे ज्यादा निशाने पर ली गईं हैं। वे शिक्षा को बेहतर करने के लिए दिल्ली सरकार की मदद कर रही हैं। सिसोदिया ने कहा कि मोदी सरकार का मकसद है कि दिल्ली में शिक्षा का कामकाज ठप हो जाए। इस तरह से आप सरकार की उपलब्धियों को धूमिल किया जा सके। केंद्र सरकार चाहती है कि वह किसी भी तरह से दिल्ली में आप सरकार के बेहतर काम में रुकावट डाली जाए।
गृह मंत्रालय की सिफारिश के बाद हटाए थे सलाहकार गौरतलब है कि गृह मंत्रालय की सिफारिश के बाद उपराज्यपाल अनिल बैजल ने दिल्ली सरकार में गलत तरीके से लगाए गए नौ सलाहकारों को हटा दिया था। इसके बाद से आप कार्यकताओं का विरोध शुरू हो गया। जिन नौ सलाहकारों को हटाया गया है, उनमें उपमुख्यमंत्री के सलाहकार भी शामिल हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अपने पत्र में लिखा है कि मुख्यमंत्री और मंत्रियों को सलाहकार रखने के लिए कोई इजाजत नहीं दी गई थी। इसी आधार पर गृह मंत्रालय ने उपराज्यपाल अनिल बैजल से इन सभी को हटाने की सिफारिश की थी।