आरबीआई ने जारी किए नोटबंदी के आंकड़े रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने कुछ दिन पहले यह खुलासा किया था कि नोटबंदी के बाद 99 प्रतिशत प्रतिबंधित नोट बैंकों में वापस आ गए जिसके बाद केंद्र सरकार द्वारा नवंबर 2016 में लिए गए इस फैसले की सफलता संदेह के घेरे में आ गई थी।
नोटबंदी की सफलता के तीन पैमान जेटली ने गूगल के नए डिजिटल भुगतान एप ‘तेज’ को लॉन्चिंग के मौके पर कहा कि कुछ जमात में समझ की कमी है और वह नोटबंदी की सफलता केवल इससे मापते हैं कि कितना नोट बैंकों में पहुंचा।” जेटली ने कहा, “मेरे पास नोटबंदी की सफलता को मापने के तीन पैमाने हैं। पहला, हम एक समय में आरबीआई द्वारा छापे गए नोटों के परिचालन को कितना कम कर पाए। मात्रा के हिसाब से ऊंचे मूल्य वाले नोटों का चलन पहले ही कम हो गया है। दूसरा, नोटबंदी के प्रभाव के बाद हम कर दायरे में कितने लोगों को ला पाए या इसका विस्तार कर पाए। तीसरा पैमाना डिजिटल लेन-देन को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा कि ये तीनों नोटबंदी की सफलता के पैमाने हैं, जो दोनों मध्यम और लंबे समय के लिए सकारात्मक रूप से फायदेमंद होंगे।
डिजिटल भुगतान पर ज्यादा जोर जेटली ने कहा, “अधिकांश लोग आज के समय में सरलता की वजह से डिजिटल भुगतान का प्रयोग करते हैं न कि दबाव की वजह से। इस संबंध में हमलोगों ने ऊंचाई प्राप्त कर ली थी, लेकिन उसके बाद हम थोड़ा फिसले और अब हम दोबार आगे बढ़ रहे हैं।”उन्होंने कहा कि उन्नत प्रोद्यौगिकी की मदद से गूगल का एप मौद्रिक लेनदेन के लिए सबसे आसान साधन है। जेटली ने कहा कि गूगल का नया डिजिटल भुगतान एप अगले कुछ महीनों में डिजिटल भुगतान में काफी प्रगति कर लेगा।
8 नवंबर को नोटबंदी का ऐलान गौरतलब है कि मोदी सरकार ने आठ नवंबर 2016 को पूरे भारत में नोटबंदी की घोषणा की थी. नोटबंदी के बाद देश में 500 और 1000 रुपये के नोट बैन कर दिए थे। सरकार ने दावा किया था कि इसके बाद देश में कालेधन की समस्या पर काफी हद तक रोक लग जाएगी। सरकार के इस निर्णय से लोगों को फजीहत का सामना करना पड़ा था ।