‘मन की बात’ में पीएम मोदी ने आगरा के एक परिवार से बात की। परिवार के छह लोग कोरोना वायरस की चपेट में आ गए थे, लेकिन समय पर इलाज और डॉक्टर के निर्देशों का पालन करने के बाद वे पूरी तरह ठीक हो गए। ‘मन की बात’ में पीएम मोदी ने अशोक कपूर से बात की। परिवार में 73 साल का बुजुर्ग और 16 साल का युवा भी कोरोना वायरस की चपेट में शामिल था। अशोक ने मोदी को बताया कि उनका जूतों का काम है। जूतों के फेयर में उनके दोनों बेटे इटली गए थे। साथ में दिल्ली में रहनेवाला दामाद भी साथ गया था। वहां से लौटने पर दामाद को दिक्कत हुई। टेस्ट में कोरोना आया। फिर डॉक्टरी सलाह पर बेटों की जांच हुई, दोनों कोरोना पॉजेटिव निकले। इसके बाद पूरे परिवार की जांच की गई और अन्य चार लोग कोरोना पॉजिटिव निकले।
कोरोना की चपेट में अशोक कपूर खुद, उनकी पत्नी, बेटे की पत्नी और 16 साल का पोता शामिल था। फिर आगरा हॉस्पिटल की ऐम्बुलेंस फ्री में उन्हें दिल्ली सफदरजंग लेकर आई। उस वक्त तक किसी कोई परेशानी नहीं थी। सब आराम से बैठकर आए थे। फिर गेट पर ही डॉक्टर मिले, उन्हें अलग-अलग कमरों में रखा गया। फिर डॉक्टर या स्टाफ जो-जो निर्देश देता उन्होंने माना और आज सब लोग कोरोना वायरस पर जीत हासिल कर चुके हैं। हैदराबाद के एक और कोरोना पॉजिटिव रामगपम्पा तेजा से भी पीएम ने बात की। उन्होंने कहा कि वह दुबई से लौटे थे और जैसे ही पता चला कि उन्हें कोरोना है उन्होंने तुरंत खुद को क्वारंटाइन कर लिया। राम ने कहा कि क्वारंटाइन को कभी जेल नहीं समझे। पीएम ने उन्हें सुझाव दिया कि वह अपना वीडियो बनाकर वायरल करें ताकी लोग इसे लेकर जागरूक हो सके।