आरक्षण का ऐलान
इसके अलावा मुख्यमंत्री ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि शिक्षा के मामले में मराठा समुदाय के बच्चों को वे सारी सुविधाएं दी जाएंगी जो अभी ओबीसी छात्रों को मिल रही है। फिलहाल ओबीसी वर्ग के छात्रों को 605 स्ट्रीम्स में छूट मिलती है, जो अब मराठा समुदाय को भी दी जाएंगी। साथ ही यह भी घोषणा की गई है कि हर जिले में मराठा छात्रों के लिए हॉस्टल बनाया जाएगा। इसके लिए सभी जिलों को 5 करोड़ का फंड दिया जाएगा।
इसके अलावा मुख्यमंत्री ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि शिक्षा के मामले में मराठा समुदाय के बच्चों को वे सारी सुविधाएं दी जाएंगी जो अभी ओबीसी छात्रों को मिल रही है। फिलहाल ओबीसी वर्ग के छात्रों को 605 स्ट्रीम्स में छूट मिलती है, जो अब मराठा समुदाय को भी दी जाएंगी। साथ ही यह भी घोषणा की गई है कि हर जिले में मराठा छात्रों के लिए हॉस्टल बनाया जाएगा। इसके लिए सभी जिलों को 5 करोड़ का फंड दिया जाएगा।
कोपर्डी गैंगरेप पर सीएम ने दिया बयान सीएम ने मराठा समुदाय के प्रतिनिधियों और सभी पार्टियों के नेताओं से मुलाकात के दौरान कहा कि अहमदनगर के कोपर्डी गैंगरेप केस का भी जिक्र किया। सीएम ने कहा कि इस मामले में काम काफी तेजी से आगे बढ़ा है। सरकारी वकील उज्ज्वल निकम ने इस मामले को आगे बढ़ाया है। बता दें कि यह मामला मराठा समुदाय की प्रमुख मांगों में शामिल है। गौरतलब है कि कोपर्डी में नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या पर समाज ने बड़ा प्रदर्शन किया था। दलित युवकों पर हत्या का आरोप है। समाज के लोगों ने आरोपियों को फांसी की सजा की मांग की है। हालांकि यह मामला अभी कोर्ट में लंबित है। समुदाय दलित उत्पीड़न रोकथाम कानून में भी बदलाव की मांग कर रहा है क्योंकि उसका आरोप है कि इस कानून का बड़े पैमाने पर दुरुपयोग हो रहा है।
थम गई मुंबई की रफ्तार
हालांकि इस विशाल रैली से भागती-दौड़ती मुंबई की रफ्तार पूरी तरह से थम गई। ऑफिस से लेकर मार्केट तक पूरा जाम से हलकान रहा। खासकर कामकाजी लोगों को ऑफिस जाने में काफी दिक्कतें आई।मराठा मोर्चा में शामिल होने के लिए मंगलवार से ही राज्य भर से लोग मुंबई पहुंच गए थे।मुंबई-पुणे और मुंबई-नाशिक दोनों हाइवे पर मुंबई की ओर आने वाली गाड़ियां मंगलवार से लेकर लेकर बुधवार तक ज्यादा दिखी। इसके अलावा मुंबई आने वाली बसों और ट्रेनों से भी लोग बड़ी संख्या में मुंबई पहुंचे। समाज का दावा है कि मोर्चे में 20 लाख लोग शामिल हुए।
हालांकि इस विशाल रैली से भागती-दौड़ती मुंबई की रफ्तार पूरी तरह से थम गई। ऑफिस से लेकर मार्केट तक पूरा जाम से हलकान रहा। खासकर कामकाजी लोगों को ऑफिस जाने में काफी दिक्कतें आई।मराठा मोर्चा में शामिल होने के लिए मंगलवार से ही राज्य भर से लोग मुंबई पहुंच गए थे।मुंबई-पुणे और मुंबई-नाशिक दोनों हाइवे पर मुंबई की ओर आने वाली गाड़ियां मंगलवार से लेकर लेकर बुधवार तक ज्यादा दिखी। इसके अलावा मुंबई आने वाली बसों और ट्रेनों से भी लोग बड़ी संख्या में मुंबई पहुंचे। समाज का दावा है कि मोर्चे में 20 लाख लोग शामिल हुए।
ये थीं मराठों की प्रमुख्य मांगें
– नौकरियों और शिक्षा में आरक्षण
– एट्रोसिटी कानून में संशोधन करके इसके दुरुपयोग पर रोक
– कृषि ऋण माफ कर किसान आत्महत्या रोकी जाएं
– कृषि उपज को ज्यादा समर्थन मूल्य दिया जाए
– कोपर्डी बलात्कार कांड के दोषियों को फांसी दी जाए
– नौकरियों और शिक्षा में आरक्षण
– एट्रोसिटी कानून में संशोधन करके इसके दुरुपयोग पर रोक
– कृषि ऋण माफ कर किसान आत्महत्या रोकी जाएं
– कृषि उपज को ज्यादा समर्थन मूल्य दिया जाए
– कोपर्डी बलात्कार कांड के दोषियों को फांसी दी जाए