जानकारी के मुताबिक, संविदा नर्सें और वार्ड ब्वाय ने मास्क और सैनिटाइजर नहीं मिलने के विरोध में कार्य बहिष्कार कर दिया है और सभी मेनगेट पर आकर प्रदर्शन करने लगे। एक संविदा नर्स का कहना है कि कई दिनों से आइसोलेशन वार्ड में संविदा कर्मी बिना किसी सुरक्षा के कोरोना संदिग्ध मरीजों का इलाज कर रहे हैं, लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। वहीं, नर्सों ने यह भी आरोप लगाया कि स्थायी कर्मियों से ड्यूटी नहीं करवाकर संविदा कर्मियों की जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।
बतौर नर्सों ने अस्पताल के अधीक्षक और निदेशक को पत्र भी लिखा है कि सभी सुविधा प्रदान किया जाए। साथ ही 50 लाख का जीवन बीमा संविदा कर्मियों का भी करवाया जाए, तभी संविदा कर्मी आइसोलेशन में ड्यूटी करेंगे। उधर, अधीक्षक डॉ. मनीष मंडल ने नर्सों और वार्ड ब्वॉय को भरोसा दिलाया है कि शनिवार शाम से मास्क और सेनेटाइजर की कमी नहीं होगी। लेकिन, इस व्यवस्था से सराकीर तंत्र पर कई सवाल उठ रहे हैं। क्योंकि, जब स्वास्थयकर्मियों को ही मास्क और सेनेटाइजर नहीं दिया जाएगा तो पेसेंट का क्या हाल होगा?
गौरतलब है कि बिहार में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 9 पहुंच गई है। संदिग्धों की सूची में शुक्रवार को 304 नए लोग शामिल किए गए हैं। इसके साथ ही प्रदेश में कोरोना संदिग्धों की कुल संख्या 1760 हो गई हैं। इधर, चमकी बुखार ने भी बिहार में दस्तक दे दी है।