एक ऐसा राजा, जो दोहरी जिंदगी जीने के लिए था मजबूर हम बात कर रहे हैं गुजरात के राजकुमार मानवेंद्र सिंह गोहिल की, गुजरात के एक राजघराने में उनका जन्म हुआ था। वह शाही परिवार से इकलौते ऐसे शख्स थे जिन्होंने सार्वजनिक तौर पर अपने ‘गे’ होने की बात स्वीकार की थी। हालांकि, इसके लिए उन्हें कई कुर्बानियां भी देनी पड़ी। उनके परिवार ने उन्हें त्याग दिया। साथ ही राजकुमार पर परिवार को बदनाम करने का भी आरोप लगाया गया। बताया जाता है कि गुजरात के महाराज राजपीपला के बेटे मानवेंद्र को कई सालों तक अपनी सेक्सुअलिटी छिपाकर रखने को मजबूर होना पड़ा। वह एक दोहरी जिंदगी जीने को मजबूर थे।
बीवी के सामने खोला था पहली बार राज साल 1991 में मध्य प्रदेश के झाबुआ की राजकुमारी से मानवेंद्र सिंह की शादी हुई । राजकुमार मानवेंद्र को एक झूठ की जिंदगी जीनी पड़ रही थी और उनकी शादी भी असल मायनों में अधूरी थी। जब वह अपने इस राज को और भीतर छुपाकर नहीं रख पाए तो उन्होंने अपनी पत्नी को इस बारे में सबकुछ बता दिया। शादी के एक साल बाद ही उनकी पत्नी ने उनसे तलाक के लिए अर्जी दे दी। राजकुमार मानवेंद्र ने बाकी लोगों की तरह तलाक के बाद कई सालों तक यह बात छिपाए रखी। लेकिन, उनकी पत्नी ने उनसे वादा किया कि वह उनकी सेक्सुअलिटी के बारे में किसी को नहीं बताएंगी।
2002 में परिवार के सामने खुला यह राज साल 2002 में प्रिंस मानवेंद्र को नर्वस ब्रेकडाउन हुआ और उन्हें हॉस्पिटल ले जाया गया। यहां पर परिवार के सामने उनका यह राज खुल गया। इसके बाद उनका इलाज कराने की काफी कोशिश की गई, लेकिन कोई फायद नहीं हुआ। इसके बाद उन्होंने सार्वजनिक तौर पर अपने गे होने की बात स्वीकार कर ली। इस खुलासे के बाद दुनियाभर में खलबली मच गई। उनके पुतले जलाए गए और लोगों ने उनसे टाइटल छीनने की बात कही। उनके माता-पिता ने भी सार्वजनिक तौर पर अपने बेटे को जायदाद से बेदखल करने और सभी तरह के संबंध तोड़ने का ऐलान कर पल्ला झाड़ लिया।