scriptशहीद जवान नरेंद्र सिंह के साथ बर्बरता के बावजूद भारत पाकिस्तान के विदेश मंत्री के साथ बैठक को राजी | Meeting between will be Foreign Ministers of India and Pakistan | Patrika News

शहीद जवान नरेंद्र सिंह के साथ बर्बरता के बावजूद भारत पाकिस्तान के विदेश मंत्री के साथ बैठक को राजी

locationनई दिल्लीPublished: Sep 20, 2018 05:03:42 pm

Submitted by:

mangal yadav

भारत पाकिस्तान से विदेश मंत्री स्तर की बैठक के लिए तैयार हो गया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने ये जानकारी दी।

Raveesh Kumar

शहीद जवान नरेंद्र सिंह के साथ बर्बरता के बावजूद भारत पाकिस्तान के विदेश मंत्री के साथ बैठक को राजी

नई दिल्लीः सीमा पर भारतीय जवान नरेंद्र सिंह के साथ हुई बर्बरता के बावजूद भारत पाकिस्तान के विदेश मंत्री के साथ बैठक करने को राजा हो गया है। गुरुवार को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों के बीच बैठक होगी।दोनों देशों को विदेश मंत्रियों के बीच बैठक की जगह और समय बाद में तय किया जाएगा। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार के अनुसार, विदेश मंत्रियों के बीच सिर्फ बैठक होगी लेकिन बातचीत नहीं। प्रवक्ता ने गुरुवार को कहा कि आतंकवाद पर भारत अपने रुख पर कायम है, जबकि पाकिस्तान आतंकवाद पर ठोस कार्रवाई नहीं करता तब तक उससे बातचीत नहीं हो सकती।इमरान खान की चिट्ठी का जवाब देते हुए रवीश कुमार ने कहा कि सार्क मुद्दे पर भारत के रूख में कोई बदलाव नहीं आया है।

इमरान खान ने लिखी थी मोदी को चिट्ठी

पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री इमरान खान ने पीएम मोदी को एक पत्र लिखा है जिसमें दोनों देशों की शांति प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए विदेश मंत्री स्तर की मुलाकात का प्रस्ताव रखा गया था। इमरान खान ने कहा था कि उन्हें उम्मीद है कि भारत के प्रधानमंत्री उनकी पहल का सकारात्मक जवाब देंगे। दरअसल पीएम मोदी ने इमरान खान के प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के बाद उन्हें शुभकामना संदेश भेजा था। इस संदेश के जवाब में इमरान खान ने पीएम मोदी को शुक्रिया अदा किया था और शांति प्रक्रिया को आगे बढ़ाने की अपील की थी।

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सभी मुद्दों पर बातचीत को तैयारः इमरान

पत्र में इमरान खान ने लिखा था कि पाकिस्तान के विदेश मंत्री मखदूम शाह महमूद कुरैशी और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को संयुक्त राष्ट्र की जनरल असेंबली में होने वाली मुलाकात से पहले बैठक करनी चाहिए। उन्होॆने कहा कि था पाकिस्तान आतंकवाद समेत सभी मुद्दों पर बातचीत के लिए तैयार है। इमरान ने पत्र में दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का भी जिक्र किया था और कहा था कि अटल जी भी भारत-पाकिस्तान के बीच शांति वार्ता के पक्षधर थे।
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