प्रदर्शन में ये पेंटिंग्स दोबारा लगाई जाएंगी अब 50 साल बाद इन पेंटिंग्स की एग्जिबिशन मेक्सिको सिटी में लगाने की तैयारी है। ‘अ वर्ल्ड ऑफ फ्रेंडशिप-50 साल बाद’ नाम से आयोजित इस प्रदर्शनी में 1800 पेंटिंग्स को प्रदर्शित किया जाएगा। मेक्सिको के दूतावासों की ओर से हर देश में उन बच्चों की तलाश की जा रही है,जिन्होंने ये पेंटिग्स बनाई थी ताकि उन्हें सम्मान दिया जा सके। इनमें से आठ प्रतिभागी भारत के भी थे,जो अब अधेड़ हो चुके होंगे।
बेहद कम जानकारी प्राप्त हुई है मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, माना जा रहा है कि इन बच्चों ने शंकर इंटरनैशनल चिल्ड्रंस आर्ट कॉम्पिटीशन के तहत हिस्सा लिया होगा। हालांकि इनके बारे में बेहद कम जानकारी प्राप्त हुई है। इतने वर्षों के बाद इन बच्चों ढूंढ़ना बहुत मुश्किल है। हालांकि अहमदाबाद के पत्रकार केतन त्रिवेदी के जरिए एक प्रतिभागी का पता लगा लिया है। यह प्रतिभागी थे-नवनीतलाल पारिख। बड़ौदा श्री सयाजी हाई स्कूल में पढ़ाई के दौरान उन्होंने इस समारोह में हिस्सा लिया था,तब पारिख की उम्र महज 15 साल थी। मगर पारिख की लंबी बीमारी के कारण 1998 में ही मौत हो गई थी।
यह प्रतिभागी प्रतियोगिता में थे शामिल इनके अलावा जो भारतीय प्रतिभागी जो समारोह में शामिल हुए थे,उनके नाम हैं- सुजाता शर्मा (उस समय 14 वर्ष की थीं),नई दिल्ली,इरा सचदेवा (उस समय 12 वर्ष की थीं),दिल्ली,सनत कुंडू (उस दौरान 13 बरस की थीं),विवेक कुचिभाटला (9 साल के थे),इला इम्स (उम्र 8 साल थी) और लीला सुधाकरण। मेक्सिको के दूतावास को इन लोगों के नाम और उस समय की आयु के दस्तावेज मौजूद हैं।