बिग ब्रेकिंगः अब भारतीय सेना में शामिल होगी यह ऐतिहासिक चीज, कांप जाएगी दुश्मनों की रूह, भारत का दिल दहलाने वाला प्लान बुधवार को गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने इस संबंध में बताया, “5 अगस्त से लेकर अब तक आतंकी घटनाओं में 19 नागरिकों की मौत हो चुकी है, जिनमें 12 गैर-कश्मीरी मजदूर और चालक थे, जबकि 3 लोग घायल हुए हैं। सरकार को ऐसी कोई जानकारी नहीं मिली है कि इन आतंकी हमलों के डर से भारी तादाद में प्रवासी मजदूरों ने पलायन शुरू कर दिया हो।”
बड़ी खबरः भारतीय सेना की टक्कर में नहीं आ सकेंगे ये दुश्मन देश.. मिलने वाली हैं ऐसी खतरनाक चीजें जिनसे एक बार में.. उन्होंने आगे कहा, “जम्मू एवं कश्मीर आतंक से प्रभावित है और इसे पिछले कुछ दशकों से सरहद के पार से पाला-पोसा जा रहा है। आतंकी नागरिकों को निशाना बना रहे हैं, जिनमें कश्मीरी और गैर-कश्मीरी दोनों शामिल हैं।”
मीडिया से बातचीत के दौरान सीमा पर ड्रोन देखे जाने के सवाल पर रेड्डी ने कहा, “सभी सुरक्षा एजेंसियों को अपनी जरूरत के हिसाब से एंटी-ड्रोन उपकरण मंगाने की आवश्यकता है। अब तक मिली जानकारी के मुताबिक सीमा पर ड्रोन उड़ने के 182 मामले सामने आए हैं।”
19 साल में मारे गए 22 हजार आतंकी लिखित जवाब में गृह मंत्रालय ने मंगलवार को बताया कि वर्ष 1990 से लेकर 1 दिसंबर 2019 तक सुरक्षा बलों ने आतंकवादी हिंसा की घटनाओं में संलिप्त 22,527 आतंकवादियों को मार गिराया है।
42 आतंकी गिरफ्तार सुरक्षा बलों की प्रभावी निगरानी के कारण वर्ष 2005 से लेकर 31 अक्टूबर 2019 तक सीमापार से घुसपैठ के प्रयासों के दौरान 1011 आतंकी मारे गए, वहीं, 42 आतंकी गिरफ्तार किए गए, जबकि 2253 आतंकवादी खदेड़े गए।
डोमिनेशन ऑपरेशन हैं जारी गृह मंत्रालय ने बताया कि घुसपैठ के प्रयासों को विफल करने के लिए निरंतर डोमिनेशन ऑपरेशन (निरंतर प्रभुत्व कायम रखने) की कार्रवाई की जा रही है। सीमा पर घुसपैठ रोधी मजबूत ग्रिड भी उपलब्ध है।
चार में घुसपैठ के 84 मामले बीते 5 अगस्त 2019 को अनुच्छेद 370 हटने के बाद से अब तक घुसपैठ के 84 प्रयास हुए हैं, इस दौरान 59 आतंकियों के सीमा में घुसने की खबर है।