गृहमंत्रालय ने साइबर और सोशल मीडिया के लिए पूर्व आईपीएस अधिकारी अशोक प्रसाद को सलाहकार के रूप में नियुक्त किया
नई दिल्ली। सोशल मीडिया के जरिए देश में कट्टरता फैलाने वालों पर नकेल कसने की सरकार ने तैयारी शुरु कर दी है। गृहमंत्रालय ने साइबर और सोशल मीडिया के लिए पूर्व आईपीएस अधिकारी अशोक प्रसाद को सलाहकार के रूप में नियुक्त किया है। सरकार ने यह कदम भारत में कट्टरता फैलाने वाले इस्लामिक स्टेट जैसे आतंकवादी संगठनों द्वारा भारतीय युवाओं की भर्ती की खबरों के बाद उठाया है।
प्रसाद गृह मंत्रालय में इस साल सचिव (आंतरिक सुरक्षा) के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। इससे पहले वह एक लंबे समय तक खुफिया ब्यूरो के साथ जुड़े रहे थे। सूत्रों के मुताबिक प्रसाद गृह मंत्रालय में उस रणनीति पर काम करेंगे, जिसके द्वारा वास्तविक समय में सोशल मीडिया पर कट्टरता फैलाने वाले ग्रुप पर नजर रखी जाएगी और साइबर हमलों से लड़ा जाएगा।
नेट की समझ रखने वाले भारतीयों में इस्लामी स्टेट के वैश्विक जिहाद संगठनों के प्रसार प्रभाव ने गृह मंत्रालय को चिंतित कर दिया गया है। गौरतलब है कि देशभर से करीब 5 दर्जन ऐसे युवाओं को गिरफ्तार किया है जो आतंकवादी संगठन इस्लामिक से प्रभावित थे। इस तरह के युवाओं को लगातार फेसबुक और टेलीग्राम आदि के माध्यम से आईएस संचालकों द्वारा निर्देशित किया जा रहा था। ये आतंकवादी संगठन युवाओं को इस्लामी राज्य के प्रति निष्ठा की प्रतिज्ञा और भारत में अकेले भेडिय़ा हमलों के लिए प्रोत्साहित कर रहे थे।
खुफिया एजेंसी सक्रिय रूप से सोशल मीडिया पर जिहादी गतिविधियों और बातचीत पर नजर रख रही हैं। राज्य पुलिस और एनआईए के साथ मिलकर एजेंसियां आतंकवादियों की इन नापाक हरकतों पर लगातार नजर बनाएं हुए हैं। इसी के मद्देनजर गृहमंत्रालय ने भी साइबर और सोशल मीडिया के लिए पूर्व आईपीएस अधिकारी अशोक प्रसाद को सलाहकार के रूप में नियुक्त किया है।