दरअसल लॉकडाउन के चलते कई प्रवासी अलग-अलग राज्यों में फंस गए हैं। ऐसा ही एक प्रवासी परिवार त्रिपुरा ( Tripura ) में भी फंसा है। यहां एक युगल ने बेटे के जन्म दिया। खास बात यह है कि जन्म के बाद इन्होंने बेटे के नाम लॉकडाउन ही रख दिया।
World Earth Day पर पीएम मोदी ने दिया एक खास संदेश, जानें क्या है पूरा मामला देशभर की तरह त्रिपुरा में भी कई प्रवासी फंसे हुए हैं। लॉकडाउन की अवधि के बीच एक प्रवासी महिला ने बच्चे को जन्म दिया। जन्म के बाद माता-पिता ने अपने बच्चे का नाम ही लॉकडाउन रख दिया। हालांकि ये पहला मामला नहीं है क्योंकि इससे पहले भी कई अभिभावक बच्चों को नाम कोरोना, कोविड आदि रख रहे हैं।
दंपती संजय बाउरी और उनकी पत्नी मंजू बाउरी प्लास्टिक का माला बेचते हैं और पैसे कमाने के लिए विभिन्न राज्यों की यात्रा करते रहते हैं। सस्ते प्लास्टिक के माल को बेचने के लिए वे हर साल छह महीने के लिए त्रिपुरा भी जाते हैं। इस बार भी वे त्रिपुरा गए थे, लेकिन लॉकडाउन लग जाने की वजह से वहां से निकल ही नहीं पाए। वैसे ये दंपती मूल रूप से राजस्थान का रहने वाला है।
घर से निकल रहे हैं तो साथ रखना ना भूलें रेजिडेंस प्रूफ, क्योंकि इसे दिखाने पर ही मिलेंगी जरूरत की चीजें दरअसल इस दंपती को बच्चे का नाम लॉकडाउन रखने का सुझाव सरकारी अधिकारियों ने दिया था। नवजात के पिता ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि बच्चा ठीक है। हमें प्रशासन से भोजन मिल रहा है।
जैसा कि वह लॉकडाउन के दौरान पैदा हुआ था, हमने उसे लॉकडाउन नाम देने का फैसला किया है।