संगठनात्मक संरचना
रेल मंत्रालय (Railway Ministry) में एक केंद्रीय रेल मंत्री और एक रेल राज्य मंत्री होता है। रेलवे बोर्ड, जो भारतीय रेल का सर्वोच्च निकाय है, रेल मंत्री को रिपोर्ट करता है। रेलवे बोर्ड में एक अध्यक्ष होता है। इसके अलावा 5 रेलवे बोर्ड के सदस्य और एक वित्तीय आयुक्त (जो रेलवे बोर्ड में वित्त मंत्रालय का प्रतिनिधि होता है) भी होता है। इसमें एक महानिदेशक (सिग्नल एंड टेलीकॉम), महानिदेशक (रेलवे स्वास्थ्य सेवाएं) और एक महानिदेशक (रेलवे सुरक्षा बल) भी शामिल हैं। कई निदेशालय रेलवे बोर्ड को रिपोर्ट करते हैं। रेल मंत्रालय में तैनात अधिकांश अधिकारी या तो रेलवे सेवाओं या रेलवे बोर्ड सचिवालय सेवा से होते हैं।
ये रहे अब तक के रेल मंत्री
आजाद भारत में पहली बार जॉन मथाई ने पहला रेल बजट पेश किया था। इसके बाद 1952 में जवाहर लाल नेहरू ने लाल बहादुर शास्त्री को रेलवे और यातायात मंत्री बनाया। फिर सीके जाफर शरीफ ने रेल मंत्रालय का पदभार संभाला। वह जून 1991 से अक्टूबर 1995 तक केंद्रीय रेल मंत्री रहे। लोक जनसशक्ति पार्टी (लोजपा) के अध्यक्ष राम विलास पासवान ने 1996 और 1997 में दो बार रेल बजट पेश किया। फिर नीतीश कुमार ने 1998 और 1999, 2003-04 का रेल बजट पेश किया। लालू प्रसाद यादव ने पांच बार रेल बजट पेश किया। वे 2004-09 तक रेल मंत्री रहे।
ममता बनर्जी भी रेल मंत्री रह चुकी हैं। ममता ने 2011 में अपना पांचवां रेल बजट पेश किया था। इससे पहले ममता बनर्जी ने 2000-01 में भी रेल बजट पेश किया था। इसके अलावा बंसी लाल, कमलापति त्रिपाठी, प्रकाश चंद्र सेठी, माधवराव सिंधिया, जॉर्ज फर्नांडीस, जनेश्वर मिश्र, राम नाईक, दिनेश त्रिवेदी, मुकुल रॉय, पवन कुमार बंसल, मल्लिकार्जुन खड़गे, डी वी सदानंदा गौड़ा, सी पी जोशी, सुरेश प्रभु, पीयूष गोयल आदि भी रेल मंत्री रह चुके हैं।
रेलवे के विभिन्न उपक्रम
भारतीय रेल के कार्य संचालन के विभिन्न पहलुओं की देखभाल करने के लिए इसने तमाम सरकारी क्षेत्र के उपक्रम स्थापित किए हैं। जो इस प्रकार हैंः