ममित जिले के डिप्टी कमिश्नर लालरोजामा ने बताया, ममित जिले के अंतर्गत त्रिपुरा सीमा ( Tripura ) के पास तुइदाम-कव्रटे सड़क पर निर्माण कार्य चल रहा था। इसके लिए पहाड़ी काटने का काम जारी था। लेकिन, बारिश की वजह से भूस्खलन हो गया। जब मजदूर मलबे को साफ कर रहे थे, तो वहां 12 खोपड़ियां, कई हड्डियों, गहने मिले। इसके अलावाएक धूम्रपान पाइप और बिट्स और मिट्टी के बर्तनों के टुकड़े मिले।
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फोरेंसिक टीम जांच में जुटी
लालरोजमा ने बताया कि इस मामले पर कुछ भी टिप्पणी करना जल्दबाजी होगा। मलबे में खोपड़ी और हड्डियां मिली है। इसकी जांच के लिए शनिवार को फोरेंसिक टीम को बुलाया गया है। पुख्ता जांच के बाद ही साफ हो पाएगा कि आखिर खोपड़ी और हड्डियां कितने पुराने हैं। बता दें कि स्थानीय लोगों ने शुक्रवार को सुबह 10 बजे सूचना दी, इसके बाद पुलिस घटना स्थल पर पहुंची।
पुरातत्व सर्वेक्षण के उप-अधीक्षण पुरातत्वविद सुजीत नयन ने कहा, “हमें त्रिपुरा में स्थित जम्पुई पहाड़ियों में ऐसी जगह मिली, जो कुछ महीने पहले मिजोरम सीमा के करीब थी और साथ ही साथ पिछले साल आइजोल से लगभग 20 किमी दूर दो स्थानों पर। उन्होंने वस्तुओं की प्राचीनता को निर्धारित करने के लिए लखनऊ में बीरबल साहनी इंस्टीट्यूट ऑफ पलायोबोटनी (बीएसआईपी) के विशेषज्ञों के साथ काम किया था। उन्होंने कहा, “वे 8वीं से 14 वीं शताब्दी ईस्वी तक के हो सकते हैं। उन्होंने कहा, “मैं अभी निश्चित रूप से नहीं कह सकता, लेकिन हो सकता है समान प्राचीनता के हो।”