किसानों के आंदोलन से झुकी सरकार गौरतलब है कि फसलों की सही कीमत नहीं मिलने से किसानों में सरकार के प्रति नाराजगी बढ़ती जा रही थी। इसी सिलसिले में किसानों ने सरकार के खिलाफ गांधी जयंती के मौके पर दिल्ली में धरना प्रदर्शन किया था। जिसमें सरकार ने किसानों की 11 मांगों में से 7 मांगें मान ली थी। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत ने कहा था कि सरकार और किसानों के बीच 7 बड़ी मांगों पर सहमति बन गई है। आने वाले समय में इसपर और विचार किया जाएगा। हालांकि भारतीय किसान यूनियन ने सरकार की सहमति पर नाराजगी जाहिर की थी। किसान नेता राजेश टिकैत ने कहा था कि किसानों का आंदोलन खत्म नहीं हुआ है। धरना आगे भी जारी रहेगा।
पुलिस कार्रवाई के खिलाफ विपक्ष ने बोला हमला किसानों पर पुलिस कार्रवाई को लेकर विपक्ष ने सरकार पर हमला बोला। कांग्रेस ने दिल्ली-उत्तर प्रदेश सीमा पर प्रदर्शनकारी किसानों पर पुलिस कार्रवाई को लेकर मोदी सरकार को ‘अहंकारी और क्रूर’ करार दिया। राहुल गांधी ने एक के बाद एक ट्वीट कर मोदी सरकार को घेरा। राहुल गांधी ने ‘शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे किसानों की बेरहमी से पिटाई’ के लिए सरकार की आलोचना की और कहा कि ‘अब तो किसान देश की राजधानी आकर अपनी तकलीफें भी नहीं बता सकते हैं।’ वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पुलिस कार्रवाई की निंदा करते हुए मोदी सरकार पर निशाना साधा। इसके अलावा मायावती, अखिलेश यादव ने भी पुलिस कार्रवाई की निंदा करते हुए केंद्र सरकार को आड़े हाथ लिया।
खरीफ फसल पर बढ़ी थी एमएसपी बता दें कि सरकार ने जुलाई में खरीफ की 14 फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाया था। सरकार ने खरीफ की सबसे अहम फसल धान की सबसे सामान्य प्रजाति के एमएसपी में प्रति क्विंटल 200 रुपए की बढ़ोतरी की थी।