नई दिल्लीPublished: Nov 25, 2018 06:10:42 pm
Prashant Jha
राम मंदिर को लेकर देश भर में एक बार फिर माहौल गर्म हो गया है। संघ प्रमुख भागवत ने कहा कि राम मंदिर का मामला राजनीतिक नहीं।
सुप्रीम कोर्ट की प्राथमिकता नहीं है मंदिर, कानून लाकर राम मंदिर बनाने की जरूरत- भागवत
नागपुर: राम मंदिर निर्माण से पहले देशभर में एक नई गरमाहट शुरू हो गई है। अलग-अलग संगठनों के बयान सामने आ रहे हैं। इसी कड़ी में राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने बड़ा बयान दिया है। मोहन भागवत ने कहा कि यह साबित हो चुका है कि राम मंदिर को तोड़कर विवादित ढांचा बनाया गया था। ऐसे में राम मंदिर का निर्माण अयोध्या में नहीं तो और कहां होना चाहिए। इस दौरान मोहन भागवत ने न्यायिक प्रक्रिया में हो रही देरी पर भी सवाल उठाए। भागवत ने कहा कि सत्य और न्याय को टालना सभ्य समाज के लिए ठीक नहीं होता। न्याय में देरी भी अन्याय है। मोहन भागवत ने साफ शब्दों में कहा कि सुप्रीम कोर्ट की प्राथमिकता में मंदिर नहीं है। ऐसे में अब कानून लाकर मंदिर बनाने की जरूरत है। समाज सिर्फ कानून से नहीं चलता।