संघ प्रमुख भागवत ने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि स्वयंसेवक अपने परिवार के सदस्यों को संघ की गतिविधि के बारे में बताएंगे क्योंकि कई बार परिवार की महिला सदस्य को हमसे अधिक कठिन कार्य करना पड़ता है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि हम जो काम कर रहे हैं वह कर सके। उन्होंने कहा कि महिलाओं को घर तक ही सीमित करने का नतीजा मौजूदा समाज है जो हम देख रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने इस बात का भी जिक्र किया कि भौतिक सुख में बढ़ोतरी के बावजूद हर कोई नाखुश है और आंदोलन कर रहा है।
नीतीश ने शराब के हिमायती नेताओं पर साधा निशाना, कहा- खुद पीना है इसलिए करते हैं शराबबंदी का समाज की ऐसी स्थिति इसलिए है कि हम पिछले 2000 साल से परंपराओं का अनुपालन कर रहे हैं। हमने महिलाओं को घर तक सीमित कर दिया। यह स्थिति 2000 साल पहले नहीं थी। वह हमारे समाज का स्वर्णिम युग था। हिंदू समाज को सदाचारी और संगठित होना चाहिए और जब मैं समाज की बात करता हूं तो वह केवल पुरुषों के लिए नहीं है। समाज वह है जिसे अपनी पहचान विरासत से संबंध की भावना से मिलती है।
भागवत ने कहा कि मैं हिंदू हूं, मैं सभी धर्मों के पवित्र स्थानों का सम्मान करता हूं, लेकिन मैं अपनी श्रद्धा के स्थान के प्रति दृढ़ हूं। मुझे मेरे संस्कार परिवार से मिले हैं और वह मातृ शक्ति है जिसे हमें सिखाया गया है।
2020 में राज्यसभा में और मजबूत होगी BJP, कांग्रेस को हो सकता है बड़ा नुकसान सोनम कपूर बोलीं- ये एक मूर्खतापूर्ण बयान है आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के डिवोर्स वाले बयान पर बॉलीवुड एक्ट्रेस सोनम कपूर का रिएक्शन सामने आया है। इस बयान पर सोनम ने भड़कते हुए ट्विटर पर लिखा है कि कौन सा समझदार आदमी ऐसी बातें करता है? ये एक मूर्खतापूर्ण बयान है।