यौन उत्पीड़न बहुत बड़ी घटना नहीं
इस रिपोर्ट में अनुसार ज्यादातर लड़कियों का ऐसा मानना है कि उनके साथ होने वाली यौन उत्पीड़न की घटनाएं लोगों के लिए बहुत बड़ी घटना नहीं होती। जब भी ऐसी कोई घटना सामने आती है तो उन्हें ही दोषी ठहराया जाता है या फिर उन्हें चुप रहने को कहा जाता है। वहीं इनमें से कुछ समाज और इज्जत के डर से चुप हो जाती हैं। लेकिन कुछ सामने आती भी हैं तो उन पर बहुत काम कार्यवाई की जाती है। यौन उत्पीड़न जैसी घटना को पुलिस भी ज्यादा गंभीरता से नहीं लेती।
पांच देशों की लड़की के बयान पर बनाई गई रिपोर्ट
आपको बता दें कि प्लान इंटरनेशनल ने यह रिपोर्ट न सिर्फ दिल्ली बल्कि विदेश में कंपाला, लीमा, मैड्रिड और सिडनी जैसे शहरों में रहने वाली हजारों लड़कियों और नवयुवतियों के बयानों के आधार पर बनाई है। इस रिपोर्ट में सामने आया कि इन पांच शहरों में लड़के और पुरुष लड़कियों और नवयुवतियों का पीछा करते हैं। इसमें सबसे ज्यादा शिकार नवयुवतियां होती हैं। राह चलते स्कूल, कॉलेज, बाजार हर जगह उन्हें लड़के जबरदस्ती छूने की कोशीश करते हैं। भद्दे कमेंट करते हैं, घूरते हैं। उन्हें देख कर अशलील हरकतें करते हैं।
लड़कियां यौन उत्पीड़न को आम बात मानती हैं
रिपोर्ट के मुताबिक, लड़कियों ने बताया कि इस तरह का शोषण होना आम बात है। ये रोजाना उनके साथ होता है। वे इसे सामान्य मानती हैं। वहीं अगर वे इसका विरोध करें तो समाज और अधिकतर के घर वाले ऐसे व्यवहार को बेजती की वजह से छिपा लेते हैं। ऐसे कम ही मामले सामने आते हैं जिन पर कार्रवाई होती है।