मौसम विभाग ने 23 सितंबर को हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, जम्मू-कश्मीर, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान सहित कई इलाकों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। लोगों को सावधान रहने के लिए कहा गया है।
हिमाचल प्रदेश में शनिवार को मध्यम से लेकर भारी बारिश हुई. साथ ही मौसम विभाग ने अगले दो दिनों में राज्य में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश होने का अनुमान व्यक्त किया है। मौसम विभाग के मुताबिक उना और सुंदरनगर में शनिवार सुबह साढ़े आठ बजे से लेकर शाम साढ़े पांच बजे तक 49 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गयी. मनाली और बिलासपुर में 48-48 मिलीलीटर बारिश तथा शिमला और सोलन में 32-32 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गयी।
मानसून की आमद का खासा असर मध्यप्रदेश में भी देखने को मिल रहा है। खंडवा, इंदौर, बैतूल और पचमढ़ी में झमाझम बारिश से शहर तरबतर हो गया। इस दौरान खंडवा में सबसे ज्यादा बारिश हुई। भोपाल मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक बंगाल की खाडी में बना सिस्टम शुक्रवार को प्रदेश की दक्षिणी सीमा से प्रवेश कर गया, जिसके चलते खंडवा, बैतूल, पचमढ़ी और इंदौर में झमाझम बारिश हुई। आगे ग्वालियर और चंबल संभाग सहित अनेक स्थानों पर भारी बारिश की संभावना जताई गई है।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ और आसपास के जिलों में सुबह बादल छाए हुए हैं, जिससे तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। कई जिलों में बूंदबांदी होने से मौसम सुहावना हो गया है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले 24 घंटों के दौरान बारिश होने के आसार हैं। 25 से 35 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी। इससे तापमान में चार से पांच डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट की उम्मीद है।
पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में शनिवार को हुई बारिश किसानों के लिए मुसीबत लेकर आई है, क्योंकि असमय बौछारों से कृषि राज्यों में खेतों में खड़ी धान की फसलों पर असर पड़ा है। मौसम विभाग के अधिकारियों ने यहां कहा कि बारिश के चलते अधिकांश इलाकों में अधिकतम तापमान सामान्य से कम रहा। पंजाब और हरियाणा दोनों राज्यों के किसानों ने कहा कि जैसा कि धान की कटाई का काम जारी है, ऐसे में इस समय बारिश होना ठीक नहीं है।