प्रभावित इलाकों में फंसे लोगों को निकालकर राहत शिविरों में ले जाया गया है। अब पूरा जोर प्रभावित इलाकों में राहत पहुंचाने पर है। एनडीआरएफ, सेना, नेवी की टीमें राहत सामग्री और दवाइयां पहुंचाने में जुटी हैं। कई सरकारी और गैर सरकारी संगठन भी दिन-रात राहत के काम में लगे हैं। केरल में बाढ़ की तबाही से अब तक करीब 350 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।
मौसम विभाग का अलर्टः दिल्ली-एनसीआर समेत अगले 48 घंटे देश के 16 राज्यों में जमकर बरसेंगे बदरा मुख्यमंत्री चेंगन्नुर के अलावा कोझेनचेरी, आलप्पुष़ा, उत्तर पारावूर और चलाकुडी में शिविरों का दौरा करेंगे। इस बीच नौसेना के दक्षिणी कमान ने केरल में 14 दिनों से जारी अपना बचाव अभियान बंद करने का एलान किया है। नौसेना ने कहा है कि प्रभावित इलाकों में पानी कम होना शुरू हो गया। पानी घटने के कारण लोगों को निकालने का अनुरोध अब नहीं किया जा रहा है।
आपको बता दें कि नौसेना के जवानों ने नौ अगस्त को शुरू किए गए ‘ऑपरेशन मदद’ के दौरान कुल 16,005 लोगों को बचाया। केरल में आई विनाशकारी बाढ़ में फंसे लोगों को बचाने के काम में नौसेना के अलावा सेना, वायुसेना और तट रक्षक भी जुटे रहे।
बड़ा खुलासाः राहुल-मोदी झप्पी पर कांग्रेस में ही मच गया था घमासानकेरल की तबाही में नुकसान भी काफी हुआ है। केरल अब अपनी आपदा से उबर रहा है। अलग-अलग समूह लोगों की मदद में जी-जान से जुटे हुए हैं। इनमें केरल पुलिस भी है जो पूरी मुस्तैदी से इस दौरान लोगों की मदद में लगी रही।