राजश्री और उनके मृत बेटे का नाम प्रथमेश है। साल 2017 में महज 27 साल के उम्र में प्रथमेश की ब्रेन कैंसर की वजह से मौत हो गई। प्रथमेश इकलौता लड़का था और वो नहीं चाहता था कि उसके मरने के बाद उसका वंश रूकें और इसलिए उसने अपनी मां के सामने इच्छा जाहिर की।
उसके इस इच्छा पर अमल करते हुए डॉक्टर कैमोथेरेपी से पहले उसे स्पर्म को स्टोर करने को कहा। प्रथमेश की शादी नहीं हुई थी और इसी वजह से उसने मौत के बाद मां और बहन को अपने सीमन सैंपल को प्रयोग करने के लिए नॉमिनेट किया।
राजश्री स्वयं अपने बेटे के बच्चों को जन्म देना चाहती थी लेकिन मेडिकल के बाद डॉक्टरों ने ऐसा होने से इंकार कर दिया फिर उनकी ही एक रिश्तेदार गर्भ धारण करने के लिए तैयार हो गई।
खुशी की बात तो ये है कि इसी साल 12 फरवरी के दिन दो जुड़वा बच्चों का जन्म हुआ। राजश्री ने इन बच्चों का नाम प्रथमेश और प्रिया रखा है। राजश्री का कहना था कि उनका बेटा काफी होनहार था और जर्मनी के एक कॉलेज में इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा था। प्रथमेश के बच्चों के आने से राजश्री को उनका वारिस भी मिल गया और परिवार में खुशी की लहर दौड़ गई। बता दें कि इस प्रोसेस के लिए डॉक्टरों ने क्रियाप्रिजवर्ड सीमन का इस्तेमाल किया है। राजश्री के परिवार में उनका बेटा तो नहीं रहा लेकिन उनके बेटे की ये दो आखिरी निशानी से बढ़कर एक मां के लिए और क्या हो सकता है।