लोकसभा चुनाव से पहले यूपी के इस शहर में आकर 35 हजार लोगों को रोजगार देंगे पीएम मोदी
मंत्रालय ने गावों को तीन वर्गों में विभाजित किया है
आपको बता दें कि बीते दिनों पीएम मोदी ने ऐलान करते हुए कहा था कि देश के हर गांव तक बिजली पहुंच गई है। आजादी के बाद से अबतक जो गांव 18वीं सदी में जीने को मजबूर थे उन गांवों तक बिजली पहुंचाई जा चुकी है। लेकिन मोदी सरकार के ही ग्रामीण विकास मंत्रालय ने इस बात को झुठलाते हुए एक रिपोर्ट पेश की है। इस रिपोर्ट में साफ-साफ कहा गया है कि देश भर के हर राज्य में ऐसे 5000 गांव हैं जहां अभी भी बिजली नहीं पहुंची है। ग्रामीण विकास मंत्रालय ने कहा है कि सरकार इन गांवों में बिजली पहुंचाने का प्रयास कर रही है। मंत्रालय के रिपोर्ट के मुताबिक सबसे अधिक उत्तर प्रदेश में ऐसे गांव हैं जहां बिजली नहीं पहुंची है। उत्तर प्रदेश में इनकी संख्या 1044 बताई गई है। दूसरे और तीसरे नंबर पर ओड़िशा तथा बिहार राज्य के गांव हैं जहां पर क्रमशः 666 और 533 ऐसे गांव हैं जहां बिजली नहीं पहुंची है। बता दें कि ग्रामीण विकास मंत्रालय ने घंटों के आधार पर बिजली मिलने के मुताबिक गांवों को तीन वर्ग में बांटा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि जिन गावों में रोजाना 1 से 4 घंटे तक बिजली आती है ऐसे गांवों की संख्या 6586 है, तो वहीं 5 से 8 घंटे बिजले मिलने वाले गांवों की संख्या 14672 है। इसके अलावे तीसे वर्ग में 9 से 12 घंटे तक बिजली पाने वाले गांवों की संख्या 37168 है।
अप्रैल में पीएम मोदी ने किया था ऐलान
बता दें कि पीएम मोदी ने बीते अप्रैल महीने में ऐलान करते हुए कहा था कि मणिपुर राज्य के लेइसांग गांव में बिजली पहुंचने के साथ ही देश के सभी गांवों तक बिजली पहुंच गई है। बता दें कि मोदी सरकार ने दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना के तहत देश के सभी गावों को बिजली से रोशन करने की शरुआत की थी, लेकिन ग्रामीण विकास मंत्रालय के रिपोर्ट ने सबको हैरान कर दिया है।