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मुंबई किसान आंदोलन : सड़कों पर किसान, नौनिहालों का भविष्य दांव पर, जानें कैसे-

locationनई दिल्लीPublished: Mar 12, 2018 01:35:40 pm

Submitted by:

Mohit sharma

सरकार किसानों से बात करने का आश्वासन दे रही है वहीं दूसरी ओर सरकार ने किसानो से यातायात बाधित न करने की अपील की है।

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मुंबई: नासिक से 200 किमी की पदयात्रा कर लगभग 35 हजार किसान मुंबई पहुंच चुके हैं, हालांकि प्रदेश के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने किसानों से बात करने का आश्वासन दिया है, लेकिन किसान आंदोलन का असर लाखों छात्रों के भविष्य पर भी पड़ सकता है जो आज बोर्ड जैसे महत्वपूर्ण परीक्षा देने के लिए परीक्षा भवन जाने के लिए उन्ही रास्तों पर उतरेंगे।

सोमवार को है दसवीं की बोर्ड परीक्षा

जहां एक ओर सरकार किसानों से बात करने का आश्वासन दे रही है वहीं दूसरी ओर सरकार ने किसानो से यातायात बाधित न करने की अपील की है। शिक्षा मंत्री विनोद तावड़े ने दसवीं बोर्ड की परीक्षा दे रहे छात्र-छात्राओं को सोमवार को परीक्षा केंद्रों पर जल्द पहुंचने की भी सलाह दी है। आपको बता दें कि सोमवार को दसवीं बोर्ड की परीक्षा है जिसमें लाखों छात्र शामिल हो रहें हैं।

कैसे झेलेगी मुंबई इतने बड़े आंदोलन को

अपनी तेज रफ्तार के लिए जाना जाने वाला मुंबई क्या इस किसान आंदोलन की वजह से रूक जाएगा, ठाणे से मुंबई शहर तक आने वाले भारी वाहनों और मालवाहक वाहनों को कलवा, विटावा, ऐरोली और वाशी खाड़ी पुल मार्ग से डायवर्ट किया गया है। ईस्टर्न एक्सप्रेस हाइवे से दक्षिण की ओर वन वे रूट हल्के वाहनों के लिए आरक्षित रखा गया है। इन रास्तों पर अधिकतम गति 20 किलोमीटर प्रति घंटा तय की गई है।

फणनवीस सरकार पर है वादा न पूरा करने का आरोप

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के अखिल भारतीय किसान सभा की अगुवाई में यह विरोध मार्च मंगलवार को नासिक से शुरू हुआ। किसानों का कहना है कि फणनवीस सरकार ने पिछले साल 34000 करोड़ का कर्ज़ माफ करने का वादा किया था, जिसे अभी तक पूरा नहीं किया गया है।

कांग्रेस का हाथ, किसानों के साथ

किसान आंदोलन को कांग्रेस और शिवसेना जैसी राजनैतिक पार्टियों का समर्थन हासिल है, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने किसानो का साथ देते हुए इसको सिर्फ महाराष्ट्र नहीं बल्कि पूरे हिंदुस्तान के किसानों की समस्या बताया है।

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