हिंदू-मुसलमानों के बीच सौहार्द के लिए की गई पहल
स्थानीय लोगों ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया है कि इस इलाके में हिंदू धर्म के लोग मंदिर का निर्माण कराना चाहते हैं और इसके लिए मुस्लिम समुदाय के लोगों ने उन्हें अपनी जमीन दान में दे दी है। स्थानीय लोगों ने बताया कि उन्होंने ऐसा धार्मिक सौहार्द को बढ़ावा देने के लिए किया है। मुस्लिम समुदाय के एक शख्स ने बताया कि सभी यहां एक साथ मिलकर रहते हैं, इस फैसले के लिए हमने कोशिश की है कि दोनों समुदायों के बीच सौहार्द की ये भावना पूरे देश में होनी चाहिए। शख्स के मुताबिक मंदिर निर्माण के लिए ना सिर्फ पूरा गांव समर्थन में आया बल्कि सभी ने इसके निर्माण कार्य में पूरी मदद की।
स्थानीय लोगों ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया है कि इस इलाके में हिंदू धर्म के लोग मंदिर का निर्माण कराना चाहते हैं और इसके लिए मुस्लिम समुदाय के लोगों ने उन्हें अपनी जमीन दान में दे दी है। स्थानीय लोगों ने बताया कि उन्होंने ऐसा धार्मिक सौहार्द को बढ़ावा देने के लिए किया है। मुस्लिम समुदाय के एक शख्स ने बताया कि सभी यहां एक साथ मिलकर रहते हैं, इस फैसले के लिए हमने कोशिश की है कि दोनों समुदायों के बीच सौहार्द की ये भावना पूरे देश में होनी चाहिए। शख्स के मुताबिक मंदिर निर्माण के लिए ना सिर्फ पूरा गांव समर्थन में आया बल्कि सभी ने इसके निर्माण कार्य में पूरी मदद की।
इससे पहले लखनऊ में एक मुस्लिम व्यापारी भी कर चुका है मिसाल पेश
ऐसा नहीं है कि इस तरह की पहल देश में पहली बार की गई है, बल्कि इससे पहले हाल ही में यूपी की राजधानी लखनऊ में एक मुस्लिम व्यापारी ने 51 मंदिर निर्माण के लिए जमीन देने की पेशकश की थी। इसके अलावा वित्तीय मदद करने की भी घोषणा की। जानकारी के मुताबिक इन मंदिरों का निर्माण यूपी के अलग-अलग हिस्सों के अलावा बिहार में भी किया जाएगा। मंदिर निर्माण की घोषणा करने वाले शख्स का नाम राशिद नदीम है। वह शाइन ग्रुप के चेयरमैन हैं। मामले में जब राशिद के निर्णय पर उनसे बात की गई तो उन्होंने बताया कि यह अवध की गंगा-जमुना तहजीत एक बार फि जीवित करेंगे। उन्होंने आगे कहा कि इससे धार्मिक सौहार्द को बढ़ावा देने में काफी मदद मिलेगी।
ऐसा नहीं है कि इस तरह की पहल देश में पहली बार की गई है, बल्कि इससे पहले हाल ही में यूपी की राजधानी लखनऊ में एक मुस्लिम व्यापारी ने 51 मंदिर निर्माण के लिए जमीन देने की पेशकश की थी। इसके अलावा वित्तीय मदद करने की भी घोषणा की। जानकारी के मुताबिक इन मंदिरों का निर्माण यूपी के अलग-अलग हिस्सों के अलावा बिहार में भी किया जाएगा। मंदिर निर्माण की घोषणा करने वाले शख्स का नाम राशिद नदीम है। वह शाइन ग्रुप के चेयरमैन हैं। मामले में जब राशिद के निर्णय पर उनसे बात की गई तो उन्होंने बताया कि यह अवध की गंगा-जमुना तहजीत एक बार फि जीवित करेंगे। उन्होंने आगे कहा कि इससे धार्मिक सौहार्द को बढ़ावा देने में काफी मदद मिलेगी।
मंदिर निर्माण कार्य पर राशिद कहते हैं कि इस साल 21 मंदिरों का निर्माण कराना उनका लक्ष्य है। जबकि अगला साल खत्म होने से पहले सभी 51 मंदिरों का निर्माण पूरा कर लिया जाएगा।