मुस्लिम एजुकेशन सोसायटी ने जारी किया सर्कुलर
आपको बता दें कि यह खबर उस वक्त आई है जब एक दिन पहले शिवसेना ने श्रीलंका के तर्ज पर देशभर में बुर्का पर बैन लगाने की बात कही है। जानकारी के मुताबिक मुस्लिम एजुकेशन सोसायटी (MES) ने इस संबंध में एक सर्कुलर जारी किया है, जिसमें उन्होंने छात्राओं से कहा कि छात्राएं कॉलेज में चेहरा ढककर न आएं। सर्कुलर में हाई कोर्ट के फैसले का हवाला दिया हया है। वहीं, मल्लापुरम के एक अल्पसंख्यक कॉलेज में बुर्का पहनने पर प्रतिबंध लगाया गया है।
शिवसेना ने उठाई थी बुर्का पर प्रतिबंध की मांग
गौरतलब है कि बुधवार ने एक लेख में शिवसेना ने कहा कि था कि अगर रावण की लंका में बुर्का पर प्रतिबंध लगाया जा सकता है तो राम की अयोध्या में ऐसा क्यों नहीं हो सकता है? ‘सामना’ में लिखे इस लेख के बाद देशभर में बुर्का पर सियासत होने लगी। इसके जवाब में AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने शिवसेना की आलोचना की। ओवैसी ने, ‘शिवसेना के अनजान लोगों को मैं बताना चाहूंगा कि देश में पसंद एक मूलभूत अधिकार है।’ हालांकि, BJP ने शिवसेना की इस मांग से खुद को किनारा कर लिया था।