नई दिल्ली. एक अध्ययन में खुलासा हुआ है कि दान करने के मामले में मुस्लिम और क्रिश्चियन हिुंदुओं से आगे है। नेशनल सैंपल सर्वे के 2014-15 के आंकड़ों के अनुसार, मुस्लिम और क्रिश्चियन समुदाय सबसे ज्यादा चैरिटी में विश्वास रखते है। ईसाई धर्म के लोग सबसे ज्यादा दान करते हैं। लेकिन अगर सबसे ज्यादा खर्चा करने की बात की जाए तो इस मामले में हिंदू धर्म के लोग सबसे ऊपर हैं। हिंदू धर्म के लोग एक माह में 15,660 करोड़ रु. कुल खर्चा करते हैं। वजह आबादी का ज्यादा होना भी है। सबसे कम खर्च करते हैं क्रिश्चियन वहीं सबसे कंजूसी करने वालों में क्रिश्चियन समुदाय है। क्रिश्चियन समुदाय माह में केवल 420 करोड़ रुपए खर्च करते हैं। वहीं, मुसलमानों के लिए यह आंकड़ा 2580 करोड़ रुपए है। यह भी पढ़ें: भगवान आशुतोष का जलाभिषेक करने से होती हे कुआरों की मन्नत पूरी इसलिए दान करते हैं मुस्लिम मुस्लिम समुदाय में ज्यादा दान करने की वजह कुरान मे लिखी बाते भी है। कुरान के मुताबिक, हर इंसान को गरीबों की मदद करनी चाहिए। साथ ही अपनी कमाई का 2.5 प्रतिशत हिस्सा जकात के तौर पर देना चाहिए। हालांकि कुरान में इस बात को नहीं बताया गया है कि दान की हुई रकम किस तरीके से खर्च की जाएगी। हिंदू धार्मिक जबकि मुस्लिम गैर धार्मिक कार्यों पर दान करते हैं इस अध्ययन में दान को भागों में बांटा गया है। पहला धर्म के आधार पर तथा दूसरा बिना धर्म से जुड़ा दान। इसम बताया गया है कि हिंदू धर्म के लोग पुजारी लोगों को ज्यादा दान करते है। बजाय गैर-धार्मिक लोगों को दान करने में। वहीं मुस्लिम वर्ग इसके बिल्कुल उल्टा है। मुस्लिम समुदाय धर्म के नाम पर कम बल्कि गैर-धार्मिक कार्यों पर ज्यादा दान करता है।