भारतीय होने के नाते दर्द शेयर किया: नसीरुद्दीन शाह
नसीरुद्दीन शाह ने अपने पिछले बयान पर कहा कि आप किसी चीज के बारे में तभी बोलते हैं जब उसकी चिंता होती है। समाज में नफरत और सांप्रदायिकता फैलाई जा रही है। मैं ये बातें एक मुस्लिम शख्स के रुप में नहीं कह रहा हूं। मैं अपनी मुस्लिम पहचान का फायदा नहीं उठाता। एक भारतीय होने के नाते मैंने अपना दर्द शेयर किया था मुस्लिम होने के नाते नहीं।
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मैं किसी पार्टी के सपोर्ट में नहीं: शाह
बुलंदशहर हिंसा का जिक्र करते बयान देने के बाद कुछ लोगों उन्हे राजनीतिक दल से ताल्लुक रखने वाला तक बताया गया। इसपर शाह ने कहा कि मैं किसी राजनीतिक पार्टी से जुड़ा हुआ नहीं हूं। मैं किसी पार्टी के सपोर्ट में नहीं हूं। मुझे कांग्रेस का प्रवक्ता कहा जाता है। लोग मेरे बयान को राजनीति से जोड़ रहे हैं।
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क्या कहा था नसीरुद्दीन शाह ने?
फिक्र मुझे होती है अपने बच्चों के बारे में कि कल को उनको अगर भीड़ ने घेर लिया कि तुम हिंदू हो या मुसलमान, तो उनके पास तो कोई जवाब ही नहीं होगा। इस बात की फिक्र होती है कि हालात जल्दी सुधरते तो मुझे नजर नहीं आ रहे हैं। इन बातों से मुझे डर नहीं लगता गुस्सा आता है…और मैं चाहता हूं कि हर सही तरीके से सोचने वाले इंसान को गुस्सा आना चाहिए डर नहीं लगना चाहिए। हमारा घर है हमें कौन निकाल सकता है यहां से।’
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