ट्रेन ड्राइवर को क्लीनचिट क्यों? सिद्धू ने सवाल उठाया कि आखिर सरकार ने ट्रेन के ड्राइवर को क्लीन चिट क्यों दे दी है। इसके लिए क्या कोई जांच समिति ने रिपोर्ट सौंपी थी। सिद्धू ने यह भी पूछा कि जिस चालक को ट्रेन चलाने के लिए लगाया गया था, क्या वह स्थाई ड्यूटी पर था या फिर उसे सिर्फ एक दिन के लिए गाड़ी चलाने को कहा गया था। सिद्धू ने केंद्र पर आरोप लगाया कि आखिर केंद्र ने कौन सा आयोग गठित किया था, जिसने लोको पायलट को क्लीन चिट दे दी। सिद्धू ने कहा कि रेलवे को यह बताना चाहिए कि हादसे के वक्त ट्रेन की असल रफ्तार क्या थी? सिद्धू ने पीड़ित परिवार को पंजाब सरकार की ओर से पांच पांच लाख रुपए के चेक वितरित किए।
रेल मंत्री ने किया था बचाव गौरतलब है कि सिद्धू के बयान से पहले रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने हादसे पर सफाई दी थी। सिन्हा ने अपने बयान में कहा था कि इस मामले में रेलवे की चूक नहीं है। उन्होंने कहा, ‘रेलवे को ऐसे किसी आयोजन की जानकारी नहीं दी गई थी। लोगों को भविष्य में ट्रैक के नजदीक ऐसे आयोजनों को नहीं करना चाहिए।