उन्होंने कहा कि यह पूवार्नुमान पिछले 13 सालों के यात्री ऑपरेशन और बुकिंग पैटर्न डेटा पर आधारित होगा। सक्सेना ने आगे कहा कि सीआरआईएस (रेलवे सूचना प्रणाली केंद्र) रेलवे के लिए मिश्रित एप्लीकेशन विकसित कर रहा है जहां एक उपयोगकर्ता को रेलवे की वेबसाइट और एप पर टिकट बुक करते वक्त वेटिग टिकट की पुष्टि होने की संभावना के बारे में सूचित किया जाएगा। रेलवे के मुताबिक, सभी श्रेणियों के आरक्षित 10.5 लाख बर्थ के लिए हर दिन लगभग 13 लाख टिकट बुक किए जाते हैं। रेलवे के एक अधिकारी ने कहा कि प्रतीक्षा सूची में होने वाले टिकटों के कन्फर्म होने की संभावना का अनुमान लगाने का आईडिया रेलवे मंत्री पीयूष गोयल का था।
ट्रेन लेट होने पर रेलवे भेजेगा SMS
भारतीय रेलवे अपने यात्रियों की सुविधा के लिए लगातार नए नए कदम उठा रहा है। पहले ट्रेनों को लेट होने से रोकने के लिए कई ट्रेनों के स्टॉपेज कम किए और अब देश की सबसे तेज चलने वाली ट्रेनों को लेकर बड़ा फैसला किया है। राजधानी और शताब्दी ट्रेन के यात्रियों को उनकी निर्धारित ट्रेन के एक घंटा से ज्यादा लेट होने की स्थिति में एसएमएस भेजा जाएगा। अभी, वेटिंग लिस्ट के यात्रियों के टिकट कंफर्म होने पर उन्हें एसएमएस संदेश भेजा जाता है।
भारतीय रेलवे अपने यात्रियों की सुविधा के लिए लगातार नए नए कदम उठा रहा है। पहले ट्रेनों को लेट होने से रोकने के लिए कई ट्रेनों के स्टॉपेज कम किए और अब देश की सबसे तेज चलने वाली ट्रेनों को लेकर बड़ा फैसला किया है। राजधानी और शताब्दी ट्रेन के यात्रियों को उनकी निर्धारित ट्रेन के एक घंटा से ज्यादा लेट होने की स्थिति में एसएमएस भेजा जाएगा। अभी, वेटिंग लिस्ट के यात्रियों के टिकट कंफर्म होने पर उन्हें एसएमएस संदेश भेजा जाता है।
शनिवार से शुरु हो गई SMS भेजने की सुविधा
इस प्रोजेक्ट में शामिल रेलवे मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि सभी राजधानी व शताब्दी ट्रेनों में यह एसएमएस सेवा शनिवार से शुरू हो गई। इसे चरणबद्ध तरीके से अन्य ट्रेनों में लागू किया जाएगा। रेलवे की सूचना तकनीक इकाई, रेलवे सूचना प्रणाली केंद्र (क्रिस) द्वारा यात्रियों को एसएमएस सुविधा मुहैया कराई जाती है।
इस प्रोजेक्ट में शामिल रेलवे मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि सभी राजधानी व शताब्दी ट्रेनों में यह एसएमएस सेवा शनिवार से शुरू हो गई। इसे चरणबद्ध तरीके से अन्य ट्रेनों में लागू किया जाएगा। रेलवे की सूचना तकनीक इकाई, रेलवे सूचना प्रणाली केंद्र (क्रिस) द्वारा यात्रियों को एसएमएस सुविधा मुहैया कराई जाती है।