सूचना तो इस बात की भी है कि तीनों दोषी जेल में अपने व्यवहार में सुधार का जिक्र करते हुए फांसी की सजा उम्र कैद में तब्दील करने की मांग करेंगे। अगर एेसा हुआ तो एक बार फिर निर्भया के दोषियों को फांसी पर लटकारे का काम टल सकता है।
CAA और NRC पर मनसे प्रमुख राज ठाकरे मोदी सरकार के साथ, 9 फरवरी को करेंगे मेगा रैली निर्भया के दोषियों के वकील एपी सिंह ने बताया कि जेल से कागजात मिलने में हुई देरी की वजह से क्यूरेटिव पिटीशन (Curative petition) दाखिल करने में देरी हो रही है। आरोपियों से जेल में मिलने पहुंचे वकील एनपी सिंह ने बताया कि जेल प्रशासन ने तीनों दोषियों के अच्छे व्यवहार से जुड़ी जानकारी मांगी है। उन्होंने कहा कि हमें पूरी उम्मीद है कि कोर्ट दोषियों के अच्छे व्यवहार को देखते हुए फांसी की सजा उम्र कैद में तब्दील कर देगी।
दोषियों के वकील एपी सिंह ने आरोप लगाया कि उन्हें अपने मुवक्किलों से मिलने में दिक्कत हो रही है। उन्होंने बताया कि क्यूरेटिव पिटीशन (Curative petition) में नए तथ्यों को सामने रखना होता है इसलिए जेल प्रशासन ने दोषियों की ओर से किए गए अच्छे व्यवहार की जानकारी मांगी है।